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मतदान में शहरी वोटर पीछे,महिलाओं की भागीदारी कम

2019 के अनुभवों को लेकर चुनाव आयोग चिंतित और गम्भीर
इलेक्शन कमीशन गम्भीर,जागरूकता पर जोर
यूपी मतदान प्रतिशत न बढ़ने की वजह जागरूकता की कमी,बढ़ानी होगी रुचि
लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 की प्रक्रिया चल रही है। पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को मतदान होना है। अधिक समय बाकी नहीं है।2019 के आम चुनाव के अनुभव को आयोग ने सीरियसली लिया है। 2019 की लोकसभा चुनाव में पूरे देश में 67.40 प्रतिशत लोगों ने ही वोट किया था। वहीं उत्तर प्रदेश में आंकड़े और हैरान करने वाले हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश के 59.21 प्रतिशत लोग ने वोट किया था। उत्तर प्रदेश में मतदान प्रतिशत के कम होने पर भारतीय निर्वाचन आयोग ने चिंता जाहिर की है। दिल्ली में निर्वाचन आयोग की बैठक में यूपी में मतदान प्रतिशत मुख्य मुद्दा रहा। निर्वाचन आयोग इसे बढ़ाने के लिए योजना बना जा रहा है। उत्तर प्रदेश में कम मतदान का मुख्य कारण मतदाताओं की उदासीनता, माइग्रेशन और शहरी क्षेत्रों में वोटर्स का घर से न निकलना है। कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां महिलाओं की भागीदारी कम हुई है। वोटिंग ट्रेंड के मुताबिक 144 विधानसभा क्षेत्रों में माइग्रेशन कम वोटिंग का बड़ा कारण है।143 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं की उदासीनता कम वोटिंग का कारण बनी। 39 विधानसभा क्षेत्रों में शहरी मतदाताओं का वोट के लिए घर से बाहर न निकलना वोटिंग की कमी बड़ा कारण बना। निर्वाचन आयोग के वोटर्स ट्रेंड के अनुसार कई इलाके हैं जहां पुरुषों की अपेक्षामहिलाओं की भागीदारी कम नजर आई। दक्षिण वाराणसी में पुरुष और महिलाओं के मतदान में 10प्रतिशत का अंतर था। लखीमपुर खीरी में 11 प्रतिशत का अंतर था। यूपी के कई इलाके ऐसे हैं जहां 50 प्रतिशत से भी कम लोगों ने वोट दिए हैं। इसमें उत्तर और दक्षिण प्रयागराज, आर्य नगर, बलरामपुर, बैरिया, अतरौली, ओबरा, इटावा, तुलसीपुर, कानपुर कैंट, साहिबाबाद, गैसड़ी, डुमरियागंज शामिल है। धौरहरा, वाराणसी कैंट, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी उत्तर, आगरा दक्षिण, आगरा ग्रामीण, आगरा कैंट मेरठ, मोहनलालगंज, आर्य नगर,बाराबंकी, श्रीनगर, मुरादाबाद नगर, हरगांव, अलीगढ़, करहल, प्रयागराज पश्चिम, प्रयागराज दक्षिण, बिठूर, लखीमपुर, फिरोजाबाद, मुरादाबाद ग्रामीण, अकबरपुर, जसवंत नगर आदि में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों की तुलना में 5 प्रतिशत कम रही।यूपी के लखनऊ उत्तर, लखनऊ कैंट, लखनऊ पूर्व, सहारनपुर नगर, मुजफ्फरनगर, संभल, रामपुर, मेरठ कैंट, मेरठ दक्षिण, नोएडा, लोनी, हाथरस, मथुरा, आगरा उत्तर, बरेली, पीलीभीत, कटरा, साहिबाबाद, बरेली कैंट, गोरखपुर, गोंडा, जौनपुर झांसी नगर, गोविंद नगर, मिर्जापुर, प्रयागराज उत्तर, महाराजपुर, कल्याणपुर, फर्रुखाबाद, सरोजिनी नगर, कानपुर कैंट, सीतापुर, दादरी, कोइल आदि में मतदाता उदासीनता कम वोटिंग की वजह रही।मतदान बढ़ाने खातिर चुनाव आयोग इस बार ज्यादा गम्भीर है।आवास विकास विभाग के सहयोग से रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन और सहकारी आवास समितियों के प्रतिनिधियों से संपर्क कर मतदान बढ़ाने के लिए मतदाताओं के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। हर गांव में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का प्रयास करेंगी। गैस एजेंसियों, पेट्रोल पंप और राशन की दुकानों के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक किया जाएगा। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट आदि स्थानों पर अनाउंसमेंट व स्क्रीन के जरिए ऑडियो और वीडियो मैसेज दिया जाएगा ताकि मतदाताओं को वोटिंग के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। स्कूल के छात्रों की सहायता से अभिभावकों के संकल्प पत्र भरवाए जाएंगे।

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