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पड़ोसियों की लड़ाई में बुजुर्ग पर गड़ासे से हमला, मौत,15 घंटे तक चला इलाज

वाराणसी। वाराणसी के चोलापुर में रविवार देर शाम पड़ोसियों ने पीटकर एक बुजुर्ग को घायल कर दिया। जिसकी इलाज के दौरान सोमवार को 15 घंटे बाद मौत हो गई। बुजुर्ग को बचाने आए घर वालों को भी पड़ोसियों ने पीट कर घायल कर दीया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया।
बुजुर्ग के मौत के बाद गांव में भारी तनाव है। प्रशासन ने पीएसी की तैनाती कर दी है। घटना रविवार देर रात चोलापुर के नेहियां गांव की दलित बस्ती की है। मृतक की पहचान रमेश राम (56) के रूप में हुई है। परिजन ने कहा कि पड़ोसियों को कमेंट करने से रोकने पर घटना को अंजाम दिया है। रविवार की देर रात चोलापुर के नेहियां गांव की दलित बस्ती में परिजन ने बताया कि हम लोग घर के बाहर बैठे थे। तभी पड़ोसी राहुल और उनके परिजन बाहर निकले और कमेंट करने लगे। कमेंट गाली गलौच की आवाज सुनकर रमेश बाहर आए, और उन्होंने ने उन्हें घर से दूर जाने को कहा। इस पर रमेश राम के बेटे जितेंद्र और मिथुन ने भी उनको मना किया तो बिपक्षियों ने गालियां देना शुरू कर दिया। राहुल के बेटे ने कहा कि हम अपने घर के बाहर किसी को भी गाली देंगे, जिसको दिक्कत है वह अपने घर में चला जाए। इसके बाद विवाद और बढ़ गया और दोनों पक्ष लाठी डंडे लेकर सड़क पर आ गए और मारपीट शुरू हो गई। हमलावरों ने मिलकर परिवार के मुखिया रमेश राम (56) के ऊपर पर लाठी और गड़ासा से हमला कर दिया। जिससे उनके सिर और गर्दन पर गंभीर चोट लग गई और लहूलुहान होकर गिर गए। उन्हें बचाने गए बेटों को भी जमकर पीटा गया। मारपीट में रमेश के भाई ज्वाला पुत्र सामू (65), जितेंद्र पुत्र रमेश (35), मिथुन पुत्र रमेश (30) गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजनों ने घटना की सूचना डायल 112 पर दी, जिसके बाद चोलापुर थाने से पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने सभी लोगों को एंबुलेंस से इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया। जहां से घायलों की गंभीर अवस्था को देखते हुए डॉक्टर ने बीएचयू ट्रॉमा सेंटर भेज दिया, जहां पर रमेश राम ने दम तोड़ दिया वहीं अन्य घायलों की स्थिति नाजुक बनी हुई है। परिवार के मुखिया रमेश की मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। अस्पताल में मौजूद परिजन शव से लिपटकर रोने बिलखने लगे। जानकारी मिलते ही पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के अलावा डीसीपी वरुणा श्याम नारायण सिंह गांव पहुंचे। पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने घटना की जानकारी ली। साथ ही मृतक के परिजनों से मिलकर भी घटना के बारे में पूछताछ की। डीसीपी ने पुलिस कमिश्नर को भी घटना से अवगत कराते हुए शव कब्जे ले लिया। वहीं परिजन अन्य हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं। मृतक के बेटे मिथुन ने बताया कि हमारे पड़ोसी बल्लन का लड़घ्का राहुल, रोहित, विकास और जीत का बेटा किसन अक्सर रात रो दरवाजे के बाहर टहलते हैं और भला बुरा कमेंट करते हैं। कल रात को सभी यहीं टहल रहे थे। सभी यहां कमेंट कर रहे थे। मेरे पिता घर में थे उनकी आवाज सुनकर बाहर निकले और बोले यहां से जाओं। इसी बात को लेकर उन लोगों से कहासुनी हो गई। इतने में वो लोग लाठी डंडा लेकर आए और हम लोगों के ऊप हमला कर दिया। पुलिस कमिश्नर ने सोमवार दोपहर गांव पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। सीपी के पहुचने से पहले पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को थाने पर लाकर पूछताछ की जा रही है। इस मामले में राहुल पुत्र बल्लण और गोपीचंद उर्फ किशन पुत्र ज्योत अभी पुलिस हिरासत में हैं। वहीं फरार रोहित और विकास की तलाश में दबिश जारी है। डीसीपी ने बताया कि स्थानीय पुलिस के ने आरोपियों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई शुरू की गई।

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