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प्रदेश में अघोषित आपातकाल वाली स्थिति: अवधेश प्रसाद

दफा-144 लागू होने के बावजूद सपा ने की जनसभा
फैजाबाद। लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है। लेकिन आज लोकतंत्र खतरे में है। प्रदेश में अघोषित आपातकाल वाली स्थिति बनी हुई है। यह बातें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद ने रानी बाजार स्थित जनजागरण माध्यमिक विद्यालय में आयोजित एक जनसभा में कही। जनसभा की अध्यक्षता सपा जिलाध्यक्ष गंगासिंह यादव व संचालन पूर्व विधायक जयशंकर पाण्डेय ने किया। जनसभा को सम्बोधित करने के लिये समाजवादी पार्टी के नेताओं ने हाथों में झण्डे लेकर सभा स्थल पर पहुॅंचे और इंकलाब जिन्दाबाद, समाजवादी पार्टी जिन्दाबाद व तख्त बदल दो ताज बदल दो, बेईमानों का राज बदल दो आदि नारे लगे। सभा स्थल पुलिस छावनी में तब्दील था। बड़ी संख्या में पुलिस के अधिकारी मौजूद थे। गांव में दहशत का माहौल बना हुआ था। गत दिनों पूराकलन्दर थाना क्षेत्र के सरियावंा खैपुर गांव में शव दफनाने को लेकर विवाद हुआ था जिसमें दलित शत्रोहन पासी को गांव के दबंगों व मनचलों ने बुरी तरीके से मारापीटा और लहूलुहान कर मरणासन्न कर दिया जो लखनऊ के ट्रामा सेन्टर में जिन्दगी व मौत से जूझ रहा है। उसी मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद ने जनसभा का आयोजन किया था। जनसभा की अनुमति प्रशासन ने नहीं दी और प्रशासन के लोगों ने सरियावंा खैपुर गांव में बीती रात पूरे गांव में माइक से एलाउंस किया कि धारा-144 लगी हुई है जिसके कारण जनसभा नहीं होगी। लेकिन उसके बावजूद पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद ने जनसभा को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार तानाशाही हो गयी है। पुलिस ने जिस तरह खैपुर गांव की घटना में तांडव किया है उसकी जिसकी निन्दा की जाय कम है। उन्होंने कहा कि यह घटना दिल दहलाने वाली व दर्दनाक है। शत्रोहन को धारदार हथियारों से, लोहे की राॅडों से और हाॅकी डण्डों से बीते 12 मार्च को हमला किया और बुरी तरीके से लहूलुहान कर दिया। उन्होंने कहा कि एक बेटा अपने बाप को मरने पर मिट्टी नहीं दे सकता है उसे दफना नहीं सकता है यह किस तरह का प्रदेश में माहौल बना हुआ है। उन्होंने कहा कि जुल्म अंग्रेजी हुकूमत व जमींदारी के समय में हुआ करता था लेकिन इस तरह की घटना मैंने अपने जीवन में पहली बार देखी व सुनी। इस घटना की जितनी निन्दा की जाय कम है। उन्होंने प्रदेश सरकार से यह मांग की कि शत्रोहन के परिवार को शत्रोहन के बेहतर इलाज के लिये 25 लाख रूपये दिये जाये जिससे उसका इलाज बेहतर ढंग से हो सके। जनसभा को सम्बोधित करते हुए विधान परिषद सदस्य लीलावती कुशवाहा ने कहा कि प्रदेश में जंगलराज कायम है। जनसभा को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री आनन्दसेन यादव ने कहा कि प्रदेश की पुलिस का दिनोंदिन अत्याचार बढ़ता जा रहा है। कानून नाम की प्रदेश में कोई चीज नहीं है। चारों तरफ अपराध ही अपराध हो रहे हैं। जनसभा की अध्यक्षता करते हुए सपा जिलाध्यक्ष गंगासिंह यादव ने कहा कि संघर्ष का बिगुल बज चुका है। योगी सरकार के खिलाफ मजबूती से लड़ाई को लड़ा जायेगा। सपा प्रवक्ता ओम प्रकाश ओमी ने कहा कि प्रशासन ने जनसभा की अनुमति नहीं दी और वहां पर सभा के लिये टेन्ट, माइक नहीं लगने दिया और पूरे क्षेत्र में पुलिस के लोगों ने यह एलाउंस करा दिया कि धारा-144 लगी हुई है कोई भी व्यक्ति सभा में शामिल नहीं होगा। बीती पूरी रात पुलिस के लोगों ने इस तरह का प्रचार-प्रसार किया। लेकिन इसके बावजूद लोग अपने-अपने घरों से निकलकर सभा में पहुॅंचे। प्रवक्ता ने बताया कि सभा में शत्रोहन का पूरा परिवार व गांव के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे। उन्होंने बताया कि 15 दिनों के अन्दर समाजवादी पार्टी जनपद मुख्यालय पर एक बड़ा प्रदर्शन करेगी। सभा को सम्बोधित करने वालों में युवजन सभा के जिलाध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह अनूप, सपा प्रवक्ता ओम प्रकाश ओमी, पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य इन्द्रपाल यादव, छोेटेलाल यादव, बख्तियार खान, आबाद अहमद खान, वेद प्रकाश यादव, कृष्ण कुमार पटेल, बैजनाथ वैश्य, अवधेश सिंह, अनिल यादव बब्लू, जय प्रकाश यादव, नन्हकन यादव, राजकुमार, जितेन्द्र यादव, प्रदीप कुमार, मदन यादव, शंकर यादव, सुनील यादव आदि ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला।

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