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विधानसभा चुनाव में इस बार पचपेड़ी घाट पुल के मुद्दे पर नही जाएगा जनता का ध्यान।।

लखीमपुर खीरी। हम देखते है कि ज्यों-ज्यों चुनाव नजदीक आता है त्यों-त्यों नेताओं के व्यवहार में मिठास के साथ लोगों से मिलने का सिलसिला बढ़ता जाता है। मगर भोलीभाली जनता जो हर बार चुनाव में अपने नेता से यही उपेक्षा रखती है कि अब ये अपने क्षेत्र में काम करेगा और क्षेत्र की समस्याओं से निजात दिलाएगा। मगर नेता जी चुनाव जीतने के बाद उसी भोलीभाली जनता को भूल जाते है जिसने उन्हें उस मुकाम पे पहुँचाया जहाँ वो पहुँचना चाहते थे। जनता ने तो उन्हें उनके मुकाम तक पहुंचा दिया मगर नेता जी को अपनी भोलीभाली जनता की समस्यों से कोई मतलब नही रहता उन्हें अगर किसी से मतलब रहता है तो वो है उनकी कुर्सी व उनके कुछ चाटुकार लोग जो सिर्फ अपनी जेमे गर्म करने में लगे रहते है।
आइये हम एक ऐसे क्षेत्र की बात करते है जहाँ की जनता चुनावी वादों से इतना त्रस्त हो चुकी है कि अब किसी नेता पर भरोसा ही नही किया जा सकता। क्योंकि ये क्षेत्र कई चुनावी मुद्दों से भरा पड़ा है और इन्ही मुद्दों को लेकर नेता जी भोलीभाली जनता को ठग कर चले जाते है जिससे इस क्षेत्र की जनता खाली हाथ अपनी विवस्ता पर आंशू बहाती नजर आती है।हम बात कर रहे है जनपद लखीमपुर खीरी की सबसे पुरानी तहसील निघासन की जहाँ हर चुनाव में नेता जी अपने-अपने मुद्दों व वादों के साथ चुनावी रणभूमि में उतरते है और चुनाव जीतकर अपने साथ सिर्फ जनता की वोटें ले जाते है बाकी वादों व मुद्दों को उसी चुनावी रणभूमि में दुबारा चुनाव में लाने के लिए छोड़ जाते है मगर नेता जी को ये नही मालूम कि निघासन क्षेत्र की भोली-भाली जनता अब होशियार हो गयी है अब न तो उनके किसी झूठे वादों के दल-दल में फसेंगी न ही उनके किसी चुनावी मुद्दों के झांसे में आएगी।
बताते चलें कि क्षेत्र का चर्चित पचपेडी घाट पुल पिछले कई सालों से क्षेत्र का चुनावी मुद्दा बना हुआ है। क्योंकि जनता की मांग है कि जब ये पुल बन जायेगा तब क्षेत्र से मुख्यालय की दूरी बहुत कम हो जाएगी जिससे कम समय मे वहां पहुंचा जा सकता है। बीते विधानसभा चुनाव में इस पुल की पहलकदमी तेज हुई थी मगर जब नेता जी चुनाव जीत गए तो दुबारा उस पुल की तरफ मुड़ कर नही देखा मगर अब ज्यों-ज्यों फिर से विधानसभा का चुनाव नजदीक आ रहा है। फिर से इस पचपेड़ी घाट पुल के बनने की सुगबुगाहट सुनाई देने लगी है मगर इस बार नेताओं के झांसे में नही आने वाली निघासन के लोग क्योंकि अब निघासन क्षेत्र की जनता होशियार हो गयी है।
विधानसभा चुनाव जीतने के लिए निघासन विधानसभा में नेताओं की बाढ़ सी आ रक्खी है। जिसमें पचपेड़ी घाट पुल का मुद्दा लाने वाले नेताओं से बस यही कहना है कि जनता की वोटों को हांसिल करने के लिए एक बार गाँव-गाँव जाकर किसी गरीब की कुटिया में समय देते हुए विकास का मुद्दा उठाएं न कि बीते काफी समय से पड़े खोखले मुद्दे जिसमे पचपेड़ी घाट शिखर पर है। ऐसे मुद्दे लाकर जनता की दिलों में जगह बनना मुश्किल है।

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