Home > पश्चिम उ० प्र० > 75 वें स्वतंत्रता दिवस पर शहर के दिग्गजों को पांचाल शिरोमणि,कवियों को काव्य शिरोमणि एवं समाज सेवियों को समाज सेवा शिरोमणि सम्मान से किया अलंकृत,शहीदों को किया नमन — डॉ.रजनीश सक्सेना(संस्थापक/राष्ट्रीय अध्यक्ष).

75 वें स्वतंत्रता दिवस पर शहर के दिग्गजों को पांचाल शिरोमणि,कवियों को काव्य शिरोमणि एवं समाज सेवियों को समाज सेवा शिरोमणि सम्मान से किया अलंकृत,शहीदों को किया नमन — डॉ.रजनीश सक्सेना(संस्थापक/राष्ट्रीय अध्यक्ष).

प्रकाशनॉर्थ,मुख्य संपादक/सिटी चीफ ,महोदय,बरेली
बरेली। ऑल इंडिया रियल फॉर कल्चरल,एजुकेशनल, वेलफेयर सोसाइटी /माँ गंगा बचाओ वेलफेयर सोसाइटी/सृजन जनकल्याण सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय एकता नगर स्थित कार्यालय में 75 वे स्वतंत्रता दिवस पर अमृत महोत्सव मनाया गया। जिसमें ध्वजारोहण, कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन वरिष्ठ समाजसेवी संस्था संस्थापक/ राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रजनीश सक्सेना जी के संयोजन में हुआ। कार्यक्रम केप्रथम सत्र में मुख्य अतिथि नगर विधायक डॉ अरुण कुमार कार्यक्रम अध्यक्ष वरिष्ठ उधोगपति सी.एल. शर्मा, वरिष्ठ आर.एस एस.सदस्य दिनेश चन्द्र शर्मा, कार्यक्रम संयोजक डॉ. रजनीश सक्सेना ने ध्वजारोहण किया। सामूहिक राष्ट्रगान आयोजन किया गया। वरिष्ठ संगीतकार राजेन्द्र गुलाटी ने देशभक्ति गीतों से समां बांधा।प्रथम सत्र का संचालन डॉ. सरताज हुसैन एवं मुकेश तिवारी ने किया। *दूसरे सत्र में आयोजित कवि सम्मेलन में अध्यक्षता वरिष्ठ कवि श्री रणधीर प्रसाद गौड़ ‘धीर’ ने की। विशिष्ट अतिथि सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ महेश मधुकर एवं वरिष्ठ शायर श्री सुरेश चंद्र श्रीवास्तव ‘चंद्रा लखनवी’ रहे*।
*दूसरे सत्र के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद संतोष गंगवार, विशिष्ठ अतिथि वरिष्ठ भाजपा नेता गुलशन आनन्द,सतीश कातिब, आरेंद्र अरोरा कुक्की,वरिष्ठ समाजसेवी अश्वनी ओबेराय, ज्ञानी काला सिंह,डॉ. मनीष टंडन, डॉ. एम एम अग्रवाल,सी ए विनीश अरोरा, अंकुर सक्सेना, आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में शहर के दिग्गजों को सामाजिक एवं साहित्यिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाली विभूतियों को प्रशस्ति पत्र, उत्तरीय एवं माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया।जिसमें मुख्य रूप से केंद्रीय मंत्री एवं सांसद संतोष गंगवार,शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार,महापौर डॉ. उमेश गौतम, सी एल शर्मा, डॉ. महेंद्र सिंह बासु, डॉ. मनीष टंडन गुलशन आनंद को पांचाल शिरोमणि उपाधि एवं आचार्य पंडित हेमन्त शांडिल्य, राष्ट्रीय संत गोपाल कृष्ण ठाकुर,पंडित सुशील पाठक, वरिष्ठ समाजसेवी अश्विनी ओबरॉय,दिनेश चंद्र शर्मा, ज्ञानी काला सिंह,मोहम्मद नवी, डॉ.मुरली मनोहर अग्रवाल, सी ए विनीश अरोरा,राजेंद्र गुलाटी,सतीश कातिब मम्मा, आरेन्द्र अरोरा कुक्की,शशि कांत गौतम,डॉ. सरताज हुसैन, अमर सिंह परमार, मुकेश तिवारी,मनीष रस्तोगी,संतोष उपाध्याय, उपमेंद सक्सेना ऐड, सुरेंद्र बीनू सिन्हा, अंकुर सक्सेना,अमित शुक्ला,विशाल श्रीवास्तव,रचना सक्सेना, सुधा सक्सेना, राशि पाराशरी,प्रतिभा जौहरी, डॉ. मीनाक्षी चंद्रा,चेतना सक्सेना,भावना गौतम,पी.सी.अग्रवाल, गोविंद सैनी,संजीव सक्सेना,संजीव अवस्थी, मुनीश गुप्ता, अभिषेक सक्सेना,हरजीत कौर,जावेद वारसी, रवि सक्सेना, कमल श्रीवास्तव,सचिन भारतीय,रुद्राक्ष सेठ,सोनालिका विश्वकर्मा,राजेन्द्र अरोरा,राम कुमार आर्य,अभिषेक शर्मा,साहिल सक्सेना आदि को समाज सेवा शिरोमणि उपाधि तथा प्रख्यात कवियों में उपमेंद सक्सेना ऐड.,श्रीमती निरुपमा अग्रवाल, डॉ. महेश मधुकर, एस के कपूर, सुभाष राहत बरेलवी, डॉ. राम शंकर शर्मा, लोटा मुरादाबादी,रणधीर प्रसाद गौर,राम धनी निर्मल,शिव शंकर यजुर्वेदी, चंद्रा लखनवी, प्रकाश निर्मल,जीतेश राज पीलीभीती, स्नेहा सिंह आदि को काव्य शिरोमणि उपाधि से नवाजा गया*।
*इस अवसर पर सभी ने शपथ ली कि श्री गंगा ,गौ, बेटी, पर्यावरण बचाओ देश बचाओ के साथ रक्तदान महादान एवं स्वच्छता मिशन के लिए समर्पित रूप सेआजीवन कार्य करेंगे। कवि सम्मेलन में कवियों ने 75 वें स्वतंत्रता दिवस पर स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हुए राष्ट्र के प्रति समर्पित काव्य- पाठ किया। जिसमें वरिष्ठ शायर श्री सुभाष रावत ‘राहत बरेलवी’ ने सुनाया-विश्व विजयी तिरंगा झूमे, सर्वत्र मिले सम्मान। सकल विश्व का कण-कण बोले, जय- जय हिंदुस्तान।।वरिष्ठ कवि श्री रणधीर प्रसाद गौड़ ‘धीर’ ने अपनी रचना के माध्यम से कहा -फहराएगा सकल विश्व में अपुन तिरंगा प्यारा रे। यह जो अपना देश है भारत सारे जग से न्यारा रे।।
संस्था के साहित्यिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष गीतकार उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट ने राष्ट्र के प्रति अपनी पंक्तियां इस प्रकार कहीं-
आँधियाँ- तूफान हों, हम नहीं उनसे डरें,बैरियो को दें सबक, और वे आहे भरें;हमें प्राणों से अधिक, जो सदा प्यारा रहा,
वतन के हित में जिएँ, वतन के हित में मरें। प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ महेश मधुकर जी ने शहीदों के परिवार के प्रति अपनी मार्मिक रचना सुनाकर सभी को भाव- विभोर कर दिया-टूट गई लाठी, बूढ़े माता-पिता की।भस्म हुई बन गई है राख चिता की।।राखियों के धागे, तार-तार हो रहे। भाई-बहन भी, दहाड़ मार रो रहे।।सिसकती धरा, विलाप कर रहा गगन।लुट गए अनेक के हरे- भरे चमन।।
प्रसिद्ध शायर श्री चंद्रा लखनवी ने सुनाया-अब जुबां से कोई सच्ची बात कह पाता नहीं,आदमी का आदमीयत से रहा नाता नहीं
दुख़्तरे अंगूर औ चांदी का जूता हो अगर,कौन सा हाकिम है वो जो हाथ में आता नहीं।
वरिष्ठ कवि श्री एस.के. कपूर ‘श्री हंस’ ने अपनी रचना कुछ इस प्रकार कही -हिंद देश का गौरव -गान लिखूँ या ये अतुल्य भारत महान लिखूँ,अनुपम उदाहरण है मेरा यह देश,कितनी इसकी आन-शान लिखूँ। डॉ शिव शंकर यजुर्वेदी ने अपने ओजस्वी गीत से शमाँ बाँध दिया- भारत माँ के मंदिर की लौ, कभी न बुझने देंगे।चाहे जो हो जाए तिरंगा, कभी न झुकने देंगे।। डॉ राम शंकर शर्मा प्रेमी ने सुनाया-हे मातृ भू हमारी, हम तुझको सिर नवाएँ।तेरी पवित्र रज को मस्तक से हम लगाएँ।।
लोकगीतकार श्री रामधनी निर्मल ने अपनी रचना पढ़ते हुए कहा-
सद्भाव के दीप सब मिल जरइयो।बतावो मीत कब रोवत को हसइयो।। कवि सम्मेलन में हास्य व्यंग्यकार श्री लोटा मुरादाबादी एवं कवयित्री स्नेह सिंह ‘स्नेहा’ ने अपनी रचनाओं से वीरों को श्रंद्धाजलि दी।
संचालन श्री एस के कपूर ‘श्री हंस’ ने किया। अंत में आभार कार्यक्रम संयोजक/ वरिष्ठ समाजसेवी डॉ रजनीश सक्सेना ने सभी के प्रति प्रकट किया। आयोजन में महिला कल्याण समिति का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।
*आपका अपना डॉ रजनीश सक्सेना (संस्थापक/ राष्ट्रीय अध्यक्ष)*

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