गोसाईगंज पुलिस द्वारा की गई साजिश बेनकाब—
गोसाईंगंज, लखनऊ। जमीन के झगड़े में रिश्तेदार को फंसाने के लिए स्वयं के अपहरण की साजिश रचने वाले को गोसाईंगंज पुलिस द्वारा बरामद कर साजिश का पर्दाफाश किया गया।प्र भारी निरीक्षक धीरेन्द्र प्रताप कुशवाहा ने बताया किवा दी मुकदमा अजय यादव पुत्र स्वर्गीय वासुदेव यादव निवासी माई जी का पुरवा थाना सुशांत गोल्फ सिटी की तहरीर पर मुकदमा अपराध संख्या 346/20 धारा 364 आईपीसी पंजीकृत किया गया था। जिसमें संजय कुमार यादव पुत्र स्वर्गीय वासुदेव यादव निवासी माई जी का पुरवा थाना सुशांत गोल्फ सिटी को 21/22 जून 2020 की रात करीब साढ़े 8:00 बजे घर से शौच के लिए निकलने के कारण उपरांत उनका अपहरण नामित अभियुक्त राजेश यादव व उसके साथियों द्वारा गाड़ी से कर लेने तथा मौके पर शौच का डिब्बा व चप्पल पड़े होने के संबंध में अभियोग पंजीकृत किया गया था। जिसकी जांच में पाया गया कि संजय यादव विधान सभा सचिवालय में बसपा विधान मंडल दल में चपरासी है। संजय के मौसा रामप्रताप के नाम 3 बीघा जमीन है रामप्रताप की कोई संतान नहीं है तथा रामप्रताप के भांजे राजेश पुत्र कन्धई लाल निवासी विरखुम्भा थाना सुशांत गोल्फ सिटी व संजय यादव रामप्रताप की जमीन लेना चाहते हैं। राजेश राम प्रताप के भांजे हैं। संजय यादव व राजेश के बीच रामप्रताप की जमीन लिखाने को लेकर आपस में कई वर्षों से प्रयास चल रहा है। सितंबर 2017 में संजय यादव ने रामप्रताप से डेढ़ बीघा जमीन स्वयं के नाम लिखा लिया जिसके कारण आपस में विवाद बढ़ गया उसी जमीन की रंजिश में कल दिनांक 21/6/2020 को राजेश ने शाम 4:00 बजे संजय यादव को फोन मिलाकर धमकी दिया था। उस धमकी की रिकॉर्डिंग संजय यादव ने अपने परिजनों के साथ साथ गांव के अन्य लोगों को दिया था। और इस बात की योजना बनाई कि राजेश ने आज मुझे धमकाया है यदि आज मेरे साथ कोई घटना घट जाए तो उसका जिम्मेदार राजेश होगा और वो फंस जाएगा। इसी कारण राजेश को फंसाने के लिए संजय ने स्वयं के अपहरण की घटना की सुनियोजित साजिश रची और रात 8:00 बजे अपने घर से शौंच के लिए निकल गया और रास्ते में शौंच का डिब्बा और अपनी चप्पलें छोड़कर नहर के किनारे किनारे पैदल ही सिधौली गांव पहुंच गया तथा अपने आप ही नाखून से शरीर पर खरोच का निशान बना दिया पुलिस द्वारा संजय को सिधौली गांव से बरामद किया गया। बरामदगी के वक्त संजय द्वारा बताया गया की वह शौंच के लिए निकला था तभी मोटरसाइकिल से दो युवक पीछे से आए और उसे कुछ नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर अपने साथ ले गए और ले जाकर कटीले तार से मारपीट कर नहर में फेंक देने की बात बताई। जबकि जिस वक्त संजय द्वारा अपहरण की बात बताई गई है उसी वक्त गांव का प्रमोद यादव भी शौच क्रिया कर रहा था और उसने बताया की उधर से कोई वाहन नहीं गुजरा और ना ही कोई अन्य व्यक्ति उधर से गुजरा संजय यादव अपने आप ही पैदल चले गए थे। इस संबंध में जब संजय से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपने द्वारा रची गई साजिश की सच्चाई कबूली और बताया कि उसने राजेश को जेल भिजवाने के लिए स्वयं के अपहरण की साजिश रची थी और अपने हाथों से नाखून से खरोच के निशान भी बनाए थे। ताकि राजेश जेल चला जाए और जमीन में हिस्सा न मांगे।
श्याम कुमार यादव, गोसाईंगंज।