विल्थरा रोड (बलिया)- भीमपुरा थाना अंतर्गत ग्राम जजौली नंबर दो 8 मार्च की रात्रि में दलित महिला रेशमी देवी पत्नी रामाशीष गांव के ही दबंगों द्वारा मिट्टी का तेल डालकर जला दिया गया था। जिसका इलाज वाराणसी के सरकारी अस्पताल मैं चल रहा था। 11 मार्च की सुबह मृत्यु हो गई। जिसकी खबर गांव में सुनते ही जंगल की आग की तरह फैल गई ।जजौली गांव में अन्य गांव से नेता व जनमानस इकट्ठा हो गई। जलाने वाले दबंगों को लोग ढुढने लगे माहौल को देखते हुए प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगे भीमपुरा थाना सीओ रसड़ा सीओ सिकंदरपुर उप जिलाधिकारी सिकंदरपुर उप जिलाधिकारी बेल्थरा रोड के अलावा एक बटालियन PSC मौके पर पहुंच गई। लोगों को समझाने बुझाने मैं काफी मशक्कत करनी पड़ी। सरकारी लाभ व मुजलिमो के खिलाफ कठोर से कठोर करवाई करने का आश्वासन देते हुए मामले को शांत कराया। और कहा कि पोस्टमार्टम होने के बाद पार्थिव शरीर आएगी उसका दाह संस्कार कीजिए आप थाना प्रशासन आप का सहयोग करेगा। सुबह से लेकर देर रात तक मौजूद रहे अधिकारी मौके पर लालगंज के प्रभारी व बसपा के पूर्व मंत्री घूराराम पहुंचकर दाह संस्कार के लिए ₹20000 का सहायता परिजनों को दिए। और कहे कि अगर प्रशासन कानून की अंधेकी व हिला हवाली किया। तो मैं लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हूं। और समय-समय पर परिवार का सहयोग करता रहूंगा। जोनल कोऑर्डिनेटर इंदल राम अध्यक्ष विनोद सेहरा आंखों प्रधान जनार्दन सिंह यादव वीरेंद्र राम रामपति राजभर वर्मा मोहन सन्तोष राम अरुण राजभर इमरान भाई मुन्ना राम एवं काफी संख्या में आदि लोग मौजूद रहे।