अवध की आवाज ,,ब्यूरो चीफ
गोंडा । जैसा कि सभी लोगों को ज्ञात है कि इस बार कोरोना वैश्विक महामारी को मध्य नजर रखते हुए प्रशासन ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से निर्देशित किया था कि आप लोग सभी अपना त्यौहार घर पर ही रह कर मनाएं और घर पर ही नमाज अदा करें जिसका पति पालन करते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने घर पर ही नमाज अदा की और शांतिपूर्ण से त्यौहार को मनाया इस प्रकार से लोगों मुस्लिम भाइयों ने इस बार मोहर्रम को गर्मी त्यौहार के रूप में मनाया है। मोहर्रम का त्यौहार है अर्थात मोहर्रम का त्यौहार होता है इस दिन हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों को इराक की कर्बला के मैदान में शहादत को याद करते हुए मनाया जाता है। इसमें ताजिया जुलूस निकालकर मातम मनाया जाता है। इस प्रकार से बताते चलें कि इस बार कोविड-19 को मध्य नजर रखते हुए मोहर्रम गमगीन हो करके गोंडा के क्षेत्रीय मुसलमानों ने शासन के आदेशों का पालन करते हुए मनाया जिसका अनुपालन करते हुए मुस्लिम लोगों ने घरों पर ही नमाज पढ़कर हाफिज के द्वारा खातिया अदा कर शांत पूर्ण रूप से त्यौहार को मनाया दानिश अदनान सिद्दीकी के अनुसार मोहर्रम महीने का दसवां दिन सबसे खास होता है मोहर्रम की 10 तारीख को कर्बला में जंग में पैगंबर हजरत मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी।