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मन्दिर के सामने गुटखा खाने से रोकने पर सिंह वाहिनी मां संतोषी मठ के डॉक्टर अमरनाथ दूबे को सिपाहियों के सामने पीटा

मोहम्मद मैनुद्दीन खान 

गोंडा:- मसकनवा पुलिस चौकी के ठीक सामने मोटरसाइकिल खड़ी करने व गुटखा खाने से रोकने पर सिंह वाहिनी मां संतोषी मठ के डॉक्टर अमरनाथ दूबे को सिपाहियों के सामने ही पिटाई कर दी।पुलिस के सामने हुई पिटाई पर बाबा को काफी चोटें आईं।उक्त मामले में पुलिस ने तहरीर तो ले ली लेकिन न तो मुकदमा लिखा गया और न ही आरोपियों को पकड़ा गया।
इस अनदेखी से आक्रोशित बाबा ने अपने पीठाधीश्वर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ईमेल पर एक सप्ताह के अंदर मुकदमा पंजीकृत करने व कार्यवाही करने की बात लिखी।साथ ही उन्होंने कार्यवाही न होने पर मुख्यमंत्री के आवास पर स्वयं आत्मदाह करने की चेतावनी दी।विदित हो कि सिंह वाहिनी मां संतोषी मठ स्थापित का संचालन 85 वर्षीय डॉक्टर अमरनाथ दूबे कर रहे हैं। मंदिर के उत्तर की ओर एसबीआई बैंक की मिनी शाखा है। जिसपर उपभोक्ताओं की आए दिन भीड़ जमा होती है, जिसके चलते उपभोक्ताओं द्वारा अपने वाहनों को प्रायः सड़कों पर खड़ा करके जाम की स्थिति पैदा की जाती है।बाबा ने बताया कि 20 जून को पारसनाथ वर्मा पुत्र पलटू निवासी इटैलाखुर्द अपनी मोटरसाइकल मंदिर के सामने pखड़ी करके उसपर बैठा था और पान मसाला खाकर मंदिर परिसर में कई जगह थूक कर मंदिर परिसर में गंदगी फैला रहा था। जिस पर बाबा ने आपत्ति जाहिर करते हुए रोका।लेकिन आरोपी उल्टा बाबा को ही नसीहत देते हुए अपने दो अन्य साथियों के साथ गाली-गलौच देते हुए बाबा की पिटाई करने लगा।जबकि मात्र बीस फुट सामने पुलिस चौकी मसकनवा स्थित है।जहां कुछ सिपाही भी घटना के दौरान उपस्थित रहे।पिटाई के दौरान बाबा की दाहिनी आंख में व बुरी तरह मारने के कारण शरीर के अन्य जगहों व पैर में चोट लग गई थी।बाबा का आरोप है कि पास में ही 100 नंबर की अपाची पुलिस के साथ थी और चौकी के दो सिपाही शिवलाल और जयप्रकाश के सामने ही बाबा की पिटाई करनेवाले भाग निकले। एसओ ने चौकी प्रभारी मसकनवा नीरज सिंह को लिखित तहरीर देने की बात कही, जिस पर पीड़ित ने लिखित तहरीर तो दे दी लेकिन चौकी प्रभारी द्वारा न तो मेडिकल कराया गया और न ही मुकदमा दर्ज कराया गया।
पीड़ित ने 21 जून को पुलिस अधीक्षक गोंडा के यहां अपनी सारी समस्या बताते हुए मेडिकल कराकर दोषी के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही की मांग की, जिस पर अपर पुलिस अधीक्षक मणि लाल पाटीदार ने संबंधित थाने पर पीड़ित का मेडिकल जांच कराते हुए मुकदमा पंजीकृत कराने का निर्देश दिया। लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद न तो छपिया थाना व चौकी प्रभारी नीरज सिंह ने मेडिकल कराया न ही मुकदमा पंजीकृत किया।

आत्मदाह की चेतावनी दी तब पुलिस ने लिखा एफआईआर
बाबा ने जब सी एम व अन्य लोगों को कार्यवाही न होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी तब जाकर मुकदमा पंजीकृत किया गया।एसओ छपिया जयदीप दुबे ने बताया कि पारसनाथ वर्मा पुत्र पलटू वर्मा निवासी इटैला खुर्द के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया है।

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