जानकारी के अनुसार थाना बदषाही नाका क्षेत्र के जनरल गंज निवासी विकास गोयनका अपनी 75 वर्षीय मां शांति देवी के साथ रहता था। मां शांति देवी पिदले कई दिनों से बीमार चल रही थी। इस दौरान सोमवार को शांति देवी की बीमारी के कारण निधन हो गया। पता चला की इस दौरान बेटा विकास अपनी मां का अंतिम संस्कार महारष्ट्र में करनचा हता था और वह मां की डेड बाॅडी को महाराष्ट्र के भीमण्डी ले जाना चहता था, जिसके लिए सोमवार से ह ीवह रेलवे स्टेशन के चक्कर लगा रहा था, लेकिन डेड सर्टिफिकेट न होने के कारण रेलवे प्रशासन ने डेडबाॅडी ले जाने से मना कर दियां बताया जाता है कि विकास सोमवार से लगातार घर का ताला बंद करके स्टेशन पर ही था जिससे वह अपनी मां की डेडबाॅडी को महाराष्ट्र ले जा सके। गुरूवार को भी वह सुबह ताला डालकर स्टेशन के लिए निकल गया था। गुरूवार की सुबह जनरलगंज स्थित कपडा बाजार के व्यापारी जब अपनी दुकान खोलने पहुंचे तो वहा एक अजीब सी गंध से परेशन हो उठे और पुलिस को सूचना दी। मौके पर आई पुुलिस ने कमरे का दरवाजा तोडा तो पाया कि शांति देवी का शव बर्फ पर लगा हुआ था जिसमें कीडे भी पड गसे थे। दुर्गंध इतनी ज्यादा आ रही थी कि वहां खडा नही रहा जा रहा था।