उन्नाव (यूएनएस)। जिले में वायरल फीवर का कहर जारी है। ओपीडी से लेकर इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ओपीडी में बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या तीन सौ से अधिक रही। इमरजेंसी वार्ड में भी 40 से अधिक मरीज पहुंचने से बेड कम पड़ गए। एक बेड पर दो मरीज भर्ती करने की नौबत आ गई। अस्पताल प्रशासन ने वार्ड की गैलरी में मरीजों के लिए एक्स्ट्रा बेड भी डलवाए। जिला अस्पताल की ओपीडी के लिए बारह सौ से अधिक पंजीकरण हुआ। इसमें सबसे अधिक संख्या वायरल बुखार के मरीजों की रही। फिजीशियन डा. कौशलेंद्र ने दो सौ से अधिक मरीज देखे। इसमें वायरल बुखार, सर्दी जुकाम के मरीजों की संख्या अधिक रही। डा कौशलेंद्र ने बताया कि वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों में प्लेटलेट्स तेजी से कम हो रही है। मरीज को ठंड लगकर बुखार आ रहा है। कई मरीजों में डेंगू के संभावित लक्षण दिखाई देने पर जांच करानी पड़ रही है। अधिक गंभीर मरीजों को भर्ती कर उपचार दिया जा रहा है। ओपीडी से गम्भीर मरीजों को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। इमरजेंसी वार्ड में पिछले 24 घंटे में सौ से अधिक मरीज पहुंचे। जिसमें बुखार, डायरिया के मरीज अधिक रहे। इमरजेंसी वार्ड में एक बेड पर दो मरीज तक लिटाने पड़े। तीन अक्तूबर से शुरू हो रहे संचारी रोग नियंत्रण अभियान में शामिल आशा कार्यकर्ताओं को घर घर जाकर बुखार के मरीजों की जांच के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी आरसी यादव ने बताया कि संगिनी को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। घर-घर जो बुखार पीड़ित मिलेंगे आशा बहू उनकी किट से जांच करेंगी।