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एस.एच. जैदी सभागार में हिंदी सप्ता ह के उदघाटन समारोह का आयोजन

लखनऊ | सीएसआईआर-भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान, लखनऊ में आज दिनांक 14 सितंबर, 2017 को प्रातः 10:30 बजे एस.एच. जैदी सभागार में हिंदी सप्ता ह के उदघाटन समारोह का आयोजन किया गया। श्री चंद्र मोहन तिवारी, हिंदी अधिकारी, आईआईटीआर ने अतिथिगणों का परिचय दिया । समारोह के मुख्य अतिथि श्री पीयूष वर्मा, क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी, लखनऊ एवं विशिष्ट अतिथि डॉ॰ अनिल रस्तोगी, वैज्ञानिक एवं फिल्म कलाकार थे । इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री पीयूष वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि केवल हिंदी दिवस पर ही नहीं बल्कि संपूर्ण वर्ष इसी चेतना एवं संकल्प से हिंदी में अधिक से अधिक कार्य करना चाहिए। हमें अपनी भाषा पर गर्व करना चाहिए । सरल भाषा का प्रयोग करते हुए विज्ञान की छोटी – छोटी पुस्तके हिंदी भाषा में लिखना चाहिए । भाषा को रोज़गार से जोड़ना चाहिए । हम सभी को हिंदी भाषा के विकास के लिए संकल्प लेना चाहिए । उन्होंने संस्थान की राजभाषा पत्रिका एवं संस्थान में हिंदी में किए जा रहे अन्य कार्यों की सराहना भी की।
विशिष्ट अतिथि, डॉ॰ अनिल रस्तोगी ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी भाषा केवल भारत में ही नहीं अपितु अनेक देशों में बोली जाती है । उन्होंने भारत सरकार की विभिन्न हिंदी प्रोत्साहन योजनाओं तथा हिंदी भाषा में कार्य करने हेतु उपलब्ध डिजिटल टूल्स पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें अपनी भाषा को बढ़ावा देने के लिए और गंभीर प्रयास करने चाहिए। उन्होने सभी से अनुरोध किया कि वो हिंदी में सोचें, हिंदी में लिखें और हिंदी में ही बोलें।
समारोह की अध्यरक्षता संस्थाधन के निदेशक, प्रोफेसर आलोक धावन ने की। उन्होंहने अपने अध्य क्षीय संबोधन में कहा कि विज्ञान को आगे ले जाने हेतु भाषा एक सशक्त माध्यउम है। किसी देश की उन्नति उसकी भाषा और संस्कृति से होती है । हिंदी भाषा बहुत समृद्ध भाषा है, इसका शब्द भंडार बहुत विशाल है, वैज्ञानिक और तकनीकी कार्य इसमें आसानी से किए जा सकते हैं। हमारा संस्थान इसमेंइस दिशा में अग्रसर है और अनेक शोध पत्र, वैज्ञानिक लेख हिंदी में लिखे जा रहे हैं । संस्थान में वर्ष 2016 में हिंदी में राष्ट्रीय वैज्ञानिक संगोष्ठी का सफलता पूर्वक आयोजन किया गया था और इस वर्ष 11 – 13 अक्टूबर, 2017 को अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक संगोष्ठी होने जा रही है । हिंदी सप्ता ह के दौरान हमें विचार करना चाहिए कि कैसे हम अपनी राजभाषा हिंदी को और आगे ले जा सकते हैं और पूरे वर्ष कैसे अधिक से अधिक इसका प्रयोग कर सकते हैं। हम अपनी राजभाषा को कैसे आगे ले जाएं, यह सोच हम सभी के अंदर होनी चाहिए। संस्था न के प्रशासन नियंत्रक, श्री अनिल कुमार ने बताया कि हिंदी सप्ताेह के दौरान अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। इसमें वैज्ञानिक, तकनीकी एवं प्रशासनिक अधिकारी/कर्मचारी/शोध-छात्र बढ़-चढ़कर भाग लेते है। समारोह के अंत में उन्होंने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। समारोह का संचालन श्री चंद्र मोहन तिवारी, हिंदी अधिकारी, आईआईटीआर ने किया ।

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