Home > पश्चिम उ० प्र० > उरई > स्कूलों में पहुंचेगी आरबीएसके की टीमें, बच्चों की होगी स्क्रीनिंग

स्कूलों में पहुंचेगी आरबीएसके की टीमें, बच्चों की होगी स्क्रीनिंग

उरई (जालौन)। कोरोना संक्रमण के कारण धीमी हुए स्वास्थ्य सेवाएं फिर से रफ्तार पकड़ रही हैं। शासन ने स्कूलों को खोलने की अनुमति दे दी है। ऐसे में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) की टीमों को भी स्कूलों में जाकर बच्चों की जांच कर उनकी स्क्रीनिंग के निर्देश दे दिए गए हैं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जन्मजात कटे होंठ, कटे तालू, टेढ़े पांव, बहरापन, ह्दय संबंधी रोग, क्षय, कुष्ठ रोग समेत पचास तरह के रोगों का इलाज होता है। इसमें 19 साल तक के बच्चें आते हैं। जिले में ऐसे बच्चों की खोज के लिए हर ब्लाक में दो दो टीमें भी बनाई गई है। कोरोना काल में इन टीमों को कोरोना जांच की जिम्मेदारी दे दी गई थी हालांकि अब कोरोना का प्रकोप कम हुआ है। इसके बाद शासन के निर्देश पर इन टीमों को फिर से काम देने को कहा गया है आरबीएसके के महाप्रबंधक डॉ वेदप्रकाश ने स्कूलों में जांच संबंधी गतिविधियां फिर से शुरु करने के निर्देश दिए है आरबीएसके के नोडल अधिकारी डॉ एसडी चौधरी का कहना है कि जूनियर और माध्यमिक स्कूल खुल चुके है और प्राइमरी स्तर के भी स्कूल पहली सितंबर से खुल जाएंगे। ऐसे में मोबाइल टीमें स्कूलों में जाकर स्वास्थ्य परीक्षण करना सुनिश्चित करें। हालांकि स्वास्थ्य परीक्षण से पहले इस बात का ध्यान रखे कि हाथ अच्छी तरह से धोएं, सैनिटाइजर का प्रयोग करें और मास्क पहनकर ही बच्चों की जांच करें।
जिला शीघ्र हस्तक्षेप प्रबंधक (डीईआईसी मैनेजर) रवींद्र सिंह चौधरी बताते है कि टीमों से कहा गया है कि स्कूलों में भ्रमण के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि सोशल डिस्टेसिंग का पालन हो। बच्चों की जांच के बाद उनके अभिभावक की भी सहमति ली जाए। उन्होंने बताया कि इस साल अब तक 15 बच्चों का इलाज कराया जा चुका है। हर टीम कम से कम दो बच्चों सर्जरी लायक बच्चों की सर्जरी कराना सुनिश्चित करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *