कीचड़ से सना हुआ रास्ता पैर रखना भी हुआ दूभर*
पिरौना (जालौन)। प्रदेश सरकार के सड़कों को गड्ढामुक्त करने के दावे किये लेकिन विभागों के कार्यप्रणाली की पोल बरसात ने खोलकर रख दी कोतवाली एट के विभिन्न क्षेत्रों की सड़कों की स्थिति पहले से ही खराब थी लेकिन आज बारिश के बाद सड़कें और बदतर हो गई। इन सड़कों को शीघ्र नहीं बनाया गया तो बरसात के दिनों में स्थिति और भी दयनीय हो जाएगी। सड़कों पर बिछाई गई गिट्टियां फिर से उखड़कर फैल गई हैं शायद कागजो में सड़के गड्ढा मुक्त हो गयी हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही दिख रही है। कुछ सड़कों को छोड़कर सभी पर चलना जोखिम भरा है ग्राम भिटारा, सेवड़ी, टिकरिया, धुरट, मबई, छिरावली, भरसूड़ा, रूखना इन ग्रामो पर आने जाने के लिए मार्ग काफी दिनों से क्षतिग्रस्त है ग्राम के लोगो ने बताया कि सड़क की वजह से रास्ता बदलकर जाने को विवश हैं। आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं पीडीडीयू नगर मार्ग से जुड़ा एट धुरट मार्ग पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो गया है। तीन वर्षों से मार्ग पर आवागमन करना राहगीरों व ग्रामीणों के लिए भारी मुसीबत बना हुआ है। इस सड़क से होकर के लोग आवागमन करते हैं मार्ग भिटारा, सेवड़ी, टिकरिया, धुरट, मबई, छिरावली, भरसूड़ा, रूखना आदि गांव के ग्रामीणों का आना-जाना होता है गजेंद्र सिंह युवा सपा नेता सभासद निवासी भरसूड़ा ने बताया कि पिछले दिनों मैन 1076 पर इसकी शिकायत भी दर्ज करवाई थी लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई जिससे आसपास के ग्रामो के लोगो मे गुस्सा पनप रहा है लाला पाल, बीपी पाल, कमलेश विश्वकर्मा, सन्तोष यादव, राहुल, राघवेंद्र, ललित मोहन ने सड़क को बनबाने। की प्रशासन से मांग की आपको अवगत भी करा दे कि यह मार्ग ज्यादा दिनों तक नही टिकता क्योकि यही वो सड़क है जहां से सबसे ज्यादा मौरम का उठान किया जाता है इसीलिए सड़क कम समय मे ही उखड़ जाती