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राजकीय पॉलीटेक्निक कानपुर नगर के आस्तित्व को बचाने के लिए छात्र लिख रहे थे खून से खत

कानपुर नगर| राजकीय पॉलीटेक्निक कानपुर नगर के आस्तित्व को बचाने के लिए संस्थान के अध्यनरत व पूर्व छात्रो ने राजकीय पॉलीटेक्निक बचाओं संधर्ष समिति के तत्वाधान में उ0प्र0 के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए, कल शुक्रवार दोपहर से परिसर में ही 12 बजे सभी छात्र मनीष सम्राट के नेतृत्व में एकत्र हुए। सभी छात्रों ने सर्व सम्मपति से मनीष सम्राट को अपना अध्यक्ष चुना था तथा कानपुर नगर के समाज सेवक कमलेश फाईटर को संरक्षक नियुक्त किया था। मौके पर कमलेश फाईटर भी मौजूद थे। जैसे ही कार्यक्रम आरम्भ किया गया, मौके पर प्रभारी निरीक्षक नवाबगंज अंजन कुमार सिंह मय फोर्स एवं अन्य थानों की फोर्स के साथ परिसर में पहुंचे और आन्दोलन में भाग ले रहे छात्रो को रोका, जिसपर छात्रो व पुलिस में झडप हुई। इसी बीच संस्थान के प्रार्चाय भी छात्रों को धमकाते हुए नजर आये, जिस कारण छात्र तितर-बितर हो गये। थाना प्रभारी नवाबंगज ने भी पुलिसकर्मियों को बॉडी प्रोटेक्टर पहनने का निर्देश तक जारी कर दिया। किसी तरह पुलिस व छात्रो तथा मौके पर मौजूद कमलेश फाईटर की आपसी सहमती पर ज्ञापन ऐसीएम-6 को देने की बात हुई, जिसपर प्रभारी निरीक्षक नवाबगंज ने ऐसीएम-6 को सूचना दी। एसीएम-6 के साथ-साथ क्षेत्राधिकारी स्वरूप नगर गौरव बंसवाल भी परिसर में ज्ञापन लेने पहुंचे। संस्थान में ही बने प्राचार्य के कक्ष मंे एसीएम-6 व क्षेत्राधिकारी स्वरूप नगर को ज्ञापन सौंपा गया, जिसपर एसीएम-6 ने आश्वासन दिया कि छात्रों का मांगपत्र तत्काल सीएम को भेजकर प्रकरण से अवगत कराया जायेगा। इस दौरान दीपक सिंह, अभिमन्यु मौर्या, राजकुमार, विपिन राय, शिवम राजपूत, पियूष त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।
विरोध का कारण
पूरे प्रकरण में छात्रों द्वारा किये जा रहे विरोध का कारण यह रहा कि शासन द्वारा प्रस्तावित मेट्रो प्रोजेक्ट, जिसके अंतर्गत राजकीय पॉलीटेक्निक परिसर की जमीन में मेट्रो के लिए रेल बेस यार्ड बनाया जाना है, जिससे संस्थान लगभग समाप्त हो जायेगा, क्योकिं उक्त संस्थान प्रदेश एवं देश का सबसे बडा पॉलीटेक्निक है तथा संस्थान की पहचान आईआईटी व एचबीटीयू के बाद तीसरे स्थान पर है, साथ ही वहां पर लगे हजारो हरे-भरे पेड नष्ट हो जायेगे जिससे पर्यावरण भी प्रभावित होगा।

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