केडीए अधिकारियों पर उत्पीडन का लगाया आरोप
कानपुर नगर | विकास प्राधिकरण के अधिकारियों व कर्मचारियों पर एक बार फिर पीडित को परेशान करने, दूसरे पक्ष को बचाने और केडीए द्वारा ही वर्ष 1977 में आंबटित भूखण्ड, जिसपर जनपद न्यायालय के आधीन मामला भी विचाराधीन है व आदेशात्मक पुर्नस्थापना फ्रीहोल्ड के बावजूद भूखण्ड गिराने की नोटिस दिये जाने का अरोप लगा है। 50सी, पनकी कानपुर नगर निवासी स्व0 ब्रम्हानन्द पाण्डे के पुत्र गिरीश चन्द्र पाण्डेय ने बताया कि वह वृद्ध सेवा निवृत्त व्यक्ति है तथा ह्रदयधात से पीडित है। उन्होने बताया कि केडीए में बकायदा जांच करने के बाद वर्ष 1977 में आवंटन पत्र संख्या 486/ए/एसएन/8/51 भूखण्ड के स्वामित्व में आधी ममता मिश्रा पत्नी विष्णुकान्त मिश्रा से क्रय कर लगभग 35 लाख रू0 का निर्माण सेवा निवृत्त होने पर सन 2013 में कराया और आज तक निर्मित भूखण्ड पर काबिज है। कहा सत्ता परिवर्तन होते ही भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारी और अधिकारी विवादो को बढाने व न्यायालय में विवादो को बढा सरकार को बदनाम करने की साजिश कि तहत लम्बित वाद होने के बाद भी न्यायालय के परस्पर स्वयं को रखकर विवाद को बढा रहे है और 17 मई 2017 को नोटिस जारी कर दी। कहा मामला न्यायालय में होने के बाद भी केडीए अधिकारी न्यायिक गरिमा को धूमिक करने व प्रदेश सरकार को बदनाम करने वाले कर्मचारी एवं अधिकारयों पर कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री को भी शिकायती पत्र भेजा है। बताया कि इसी मामले में जमीन के आधे हिस्से पर प्रतिवादी 1 ममता मिश्रा काबिज है जिनपर केडीए अधिकारी इस लिए कार्यवाही नही करते कि ममता और उनके पति भू-माफिया है और प्रतिवादी-2 केडिए इनके प्रति लापरवाही बरता है और अधिकारी से इनकी सांठ-गांठ के कारण इस दाम्पत्ति ने कई मकानो पर अवैध कब्जे कर रखे है। कहा कि केडीए अधिकारियों द्वारा उन्हे नाहक परेशान किया जा रहा है और उनकी आवंटित की गयी भूमि को छीन कर भूमाफियाओं को देने का कुचक्र रचा जा रहा है। कहा कि मुख्यमंत्री योगी कानपुर आ रहें है यदि अवसर मिला तो वह उनसे मिलकर अपनी शिकायत करेंगे।