संवाददाता सत्यपाल सिंह
सिधौली-सीतापुर। जल शक्ति अभियान के अन्तर्गत महिला – पुरुष किसानों, प्रसार कार्यकर्ताओं, छात्रों आदि में जल के महत्व, जल की उपलब्धता, वर्षा जल के संरक्षण, मानव जीवन एवं फसलों में जल के सदुपयोग की उन्नत तकनीक, भूगर्भ जल रिचार्ज की तकनीक आदि कराने के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से कृषि विज्ञान केन्द्र, अम्बरपुर, सीतापुर में एक किसान मेला का आयोजन किया गया। किसान मेले में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसके माध्यम से किसानों को जानकारी प्रदान करते हुए जागरूक किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता मानव विकास एवं सेवा संस्थान लखनऊ के अपर निदेशक एवं कृषि विज्ञान केन्द्र, अम्बरपुर, सीतापुर के प्रभारी डा0 दिनेश सिंह ने की। इस अवसर पर कृषि प्रदर्शनी का भी आयोजन हुआ जिसमें वर्षा जल के संरक्षण, खेती के उन्नत आदानो, कृषि आय दोगुनी करने के तरीके आदि की जानकारी स्टाल के माध्यम से प्रदान की गई साथ ही साथ किसानों की समस्याओं का समाधान भी किया गया।
इस अवसर पर आयोजित गोष्ठी में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ विनोद कुमार सिंह ने मेले मे आये हुए लोगों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। गोष्ठी के तकनीकी सत्र में केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ विनोद कुमार सिंह ने लोगों को जल की उपलब्धता, वर्षा जल के संरक्षण, मानव जीवन एवं फसलों में जल के सदुपयोग की तकनीक, सूक्ष्म सिंचाई पद्धति, भूगर्भ जल रिचार्ज की तकनीक, एकीकृत कृषि प्रणाली आदि के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए जागरुक किया। डा0 सिंह ने अपने अपने संबोधन में कहा कि वर्षाजल संरक्षण होगा तभी फसलों की सिंचाई संभव होगी। लोगों के द्वारा जल सरंक्षण व जल उपयोग के उचित तौर – तरीके पर ध्यान ना देने के कारण आज बहुत से क्षेत्रों में भूगर्भ जलस्तर काफी नीचे जा रहा है एवं पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है। यदि हम लोग वर्षा जल के संरक्षण पर ध्यान नहीं देंगे एवं गलत तरीके से अंधाधुंध भूगर्भ जल का दोहन करते रहेंगे तो आने वाले समय में भारी जल संकट का सामना करना पड़ेगा। इसलिए हम लोगों को उचित तौर – तरीके को अपनाकर कल के लिए जल की व्यवस्था करना पड़ेगा अन्यथा भविष्य में आने वाली पीढ़ियों को गंभीर संकट से गुजरना पड़ेगा।
गोष्ठी में गृह विज्ञान विशेषज्ञ ऋचा सिंह ने मानव शरीर के विकास एवं शारीरिक क्रियाओं के संचालन में जल के महत्व पर जानकारी प्रदान करते हुए पोषक तत्वों के महत्व पर प्रकाश डाला तथा पोषण गृह वाटिका की स्थापना व मानव स्वास्थ्य में योगदान के बारे में जागरूक किया। प्रदान किया। केन्द्र के प्रभारी वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष अमरनाथ सिंह ने पानी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए खेती किसानी के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी प्रदान की साथ ही लोगों को फसलों में उचित मात्रा में आदानों का प्रयोग, सही समय पर बुवाई एवं फसलों में आने वाली समस्याओं का समाधान के प्रति जागरूक किया। केन्द्र के सहायक राम बहादुर सिंह ने पानी के उपयोग पर चर्चा करते हुए समूह के सफल संचालन के बारे में महिलाओं को जागरूक किया।
प्रगतिशील किसान किशोरी लाल ने पानी के दुरुपयोग पर चर्चा करते हुए प्राकृतिक खेती पर जागरूक किया तथा किसानों से कहा कि अगर बीमारी से बचना है तो आप लोगों को प्राकृतिक खेती अपनाना होगा।
कृषि विज्ञान केन्द्र के मार्गदर्शन में ग्रामीण कार्यानुभव कार्यक्रम के अंतर्गत सम्बद्ध इंटीग्रल विश्वविद्यालय, लखनऊ की बीएससी कृषि चतुर्थ वर्ष की छात्रा अंजली वर्मा ने ग्रामीण अनुभव एवं फसलों में जानवरों की समस्या पर, विनीता सिंह ने नाशीजीव की समस्या पर, विधि त्रिवेदी ने जैविक खेती, सदफ परवीन ने मृदा परीक्षण, प्रिया सिंह ने छुट्टा पशुओं की समस्या के कारण एवं समाधान एवं कल्याणी सोनी ने गांव एवं फसलों की समस्या पर चर्चा की। कार्यक्रम के अन्त में किसानों की समस्याओं का समाधान भी किया गया। इस अवसर पर केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ उमेश कुमार सिंह, प्रक्षेत्र प्रबंधक अजय त्रिपाठी एवं अभिषेक कुमार ने केन्द्र के स्टाल एवं भी विभिन्न प्रदर्शन इकाइयों पर किसानों को जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में किसानों, महिला स्वयं सहायता समूहों के पदाधिकारी एवं सदस्यों, प्रसार कार्यकर्ताओं, इंटीग्रल विश्वविद्यालय, लखनऊ की बीएससी (कृषि) चतुर्थ वर्ष की छात्राओं, एफपीओ सदस्यों आदि ने प्रतिभाग किया।