Home > राष्ट्रीय समाचार > भारतीय जनता पार्टी भारत की आजादी के मायने बदलना चाहती है: अखिलेश यादव

भारतीय जनता पार्टी भारत की आजादी के मायने बदलना चाहती है: अखिलेश यादव

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यहां कहा कि भारतीय जनता पार्टी भारत की आजादी के मायने बदलना चाहती है। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने और इतिहास से छेड़छाड़ करने के पीछे उनके इरादे नेक नहीं है। भाजपा ने किसानों, गरीबों और नौजवानों के साथ धोखा किया है। उसकी गलत नीतियों के चलते पूरी अर्थव्यवस्था चैपट है और कानून का राज अराजकता में बदल गया हैं। अखिलेश यादव पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में समाजवादी नेता एवं पूर्व मंत्री शारदानंद अंचल की 8वीं पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात उपस्थित कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नरेश उत्तम पटेल ने की। कार्यक्रम का संयोजन पूर्व विधायक जय प्रकाश अंचल ने तथा संचालन अमित त्रिपाठी ने किया। श्री यादव ने शारदानंद अंचल को श्रद्धाजंलि देते हुए कहा कि बलिया की आजादी के आंदोलन में ऐतिहासिक भूमिका रही है। बलिया बलिदानियों की धरती रही है और वह समाजवादी आंदोलन का भी केन्द्र रही है। उन्होंने कहा गरीबों का साथ समाजवादी कभी नहीं छोड़ते हैं इसलिए गरीब भी समाजवादी पार्टी का साथ निभाते हैं। अंचल जी गरीबो की लड़ाई लड़ते रहे ेेथे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे बना। एक्सप्रेस-वे को बलिया तक ले जाने का निर्णय भी समाजवादी सरकार ने लिया था। एक्सप्रेस-वे के किनारे पर मंडियों की स्थापना का उद्देश्य कृषि उत्पाद के विपणन की सुविधा देने से किसानों की माली हालत में सुधार लाना भी था। अखिलेश यादव ने कहा कि आज राजनीति में मर्यादा और आदर्शों की अवहेलना हो रही है। जब सŸाा के शीर्ष नेता अहंकार का प्रदर्शन और अपशब्दों का प्रयोग करते हैं तो भाजपा के विधायक-सांसद भी उसी तरह का आचरण करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि सŸाामद में भाजपा लोकतांत्रिक मूल्यों की अनदेखी कर रही है। स्वतंत्रता आंदोलन के आदर्शों से भी भाजपा का कुछ लेना देना नहीं है। जब लोकतंत्र में लोकलाज का लोप हो जाता है तो यही स्थिति होती है जैसा कि भाजपाई आचरण करते दिखाई देते हैं। इस अवसर पर अहमद हसन, राजेन्द्र चैधरी, बलराम यादव, आर.के. चैधरी, रामआसरे विश्वकर्मा, जियाउद्दीन रिजवी, जागेन्द्र सिंह यादव उर्फ मुन्ना यादव, सनातन पाण्डेय, संग्राम सिंह यादव, लक्ष्मण गुप्ता, गोरख पासवान, विनय प्रकाश अंचल, राजेश पासवान आदि की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *