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एनटीपीसी-विंध्याचल में राजभाषा पखवाड़ा, 2021 का विधिवत शुभारंभ

जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश। एनटीपीसी-विंध्याचल के प्रशासनिक-भवन के प्रथम तल सी वी रमन सभागार में राजभाषा पखवाड़ा, 2021 का विधिवत शुभारंभ एवं उदघाटन समारोह का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम अतिथियों के स्वागत से हुआ । इसके पश्चात कार्यकारी निदेशक (विंध्याचल) श्री मुनीश जौहरी ने मुख्य महाप्रबंधक (एस एस सी-एन आर) श्री विपन कुमार, महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री सोमेश बंद्योपाध्याय, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीसी चतुर्वेदी, महाप्रबंधक (प्रचालन) श्री के गंगोपाध्याय, महाप्रबंधक (अनुरक्षण) श्री पीयूष कुमार, महाप्रबंधक(सीएंडआई) श्री समीर शर्मा, महाप्रबंधक (संविदा एवं सामग्री) श्री सृजित कुमार, अन्य महाप्रबंधकगण, विभागाध्यक्ष एवं विशिष्ट अतिथि विभागाध्यक्ष हिंदी भाउ राव देवरस राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय दुद्धी सोनभद्र डॉ आरजू सिंह, राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्यगण, यूनियन एवं एसोशिएशन के पदाधिकारीगण, वरिष्ठ के साथ मिलकर दीप-प्रज्ज्वलन करके राजभाषा पखवाड़ा, 2021 के उदघाटन समारोह का शुभारंभ किया ।

कार्यक्रम की शुरुआत एनटीपीसी-गीत के साथ हुई। इस अवसर पर कार्यकारी निदेशक (विंध्याचल) श्री मुनीश जौहरी नें अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (एनटीपीसी-लिमिटेड) श्री गुरदीप सिंह द्वारा जारी हिंदी अपील का भी वाचन किया। कार्यकारी निदेशक महोदय ने अपने सम्बोधन में सभी कर्मचारियों को राजभाषा अनुभाग द्वारा पूरे पखवाड़े के दौरान आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर प्रतिभागिता करने हेतु प्रेरित किया। उन्होनें यह भी कहा कि राजभाषा हिंदी का शब्दकोश बहुत व्यापक है तथा यह वैज्ञानिक, सूचना प्रौद्योगिकी तथा तकनीकी विषयों को समाहित करने में समर्थ है। व्यावहारिक रूप से अधिक से अधिक हिंदी का प्रयोग करने के लिए भाषा को सरल एवं सहज रूप में लिखा जाए ताकि आम जनता को वैज्ञानिक तथा तकनीकी विषयों के बारे में पर्याप्त रूप से जानकारी प्राप्त हो सके।श्री जौहरी ने इसी के साथ राजभाषा पखवाड़ा, 2021 के विधिवत शुभारंभ की घोषणा की ।

कार्यक्रम के दौरान महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री सोमेश बंद्योपाध्याय ने सभागार में उपस्थित जन-समूह को संबोधित करते हुए कहा कि हमें जरूरत इस बात की है कि हम अपने दैनिक जीवन में अधिक-से-अधिक संवाद अपनी हिन्दी भाषा में ही करें। वैसे भी आज हिन्दी हर जगह अपना स्थान बना रही है चाहे संचार के माध्यम हों, मोबाइल हो या सोशल साइट्स सभी पर भारतीय अपने विचारों को हिन्दी भाषा में अधिक-से-अधिक व्यक्त कर रहे हैं। हिन्दी का भविष्य बड़ा ही उज्ज्वल है और इस दिशा में हमें और अधिक प्रयास करने होंगे ।

कार्यक्रम में अपर महाप्रबंधक (मा.सं.) श्री प्रबीर कुमार बिस्वास ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि 14 सितंबर 1949 के दिन संविधान सभा ने हिंदी को भारत संघ की राजभाषा का दर्जा दिये जाने का निर्णय लिया था । साथ-ही यह संकल्प भी लिया गया था कि संघ सरकार राजभाषा हिंदी के प्रयोग की दिशा में क्रमिक विकास के लिये प्रयासरत रहेगी । राजभाषा दिवस/ पखवाड़ा का आयोजन इस संकल्प बिंदु को दोहराने एवं इसका प्रचार करने के लिये किया जाता है। इस प्रकार की प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों एवं उनके परिवार के सदस्यों को हिंदी साहित्य के प्रति अभिरुचि को भी बढ़ाना है जिससे कि एनटीपीसी विंध्याचल परियोजना में हिन्दी के प्रति एक सकारात्मक माहौल तैयार हो सके।

कार्यक्रम के आरंभ में उप प्रबन्धक (राजभाषा) एल एम पाण्डेय ने राजभाषा पखवाड़ा, 2021 के दौरान कर्मचारियों, गृहिणियों, स्कूली बच्चों एवं नगरवासियों हेतु आयोजित की जाने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं की जानकारी दी ।

 

तदोपरांत विशिष्ट अतिथि मुख्य वक्ता विभागाध्यक्ष हिंदी डॉ आरजू सिंह ने उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए हिन्दी के महत्व एवं उसके विकास पर अपने विचार प्रकट किए । श्रीमती सिंह ने कहा कि सम्पूर्ण राष्ट्र को एकसूत्र में पिरोने की जो क्षमता हिन्दी में है, वही हिन्दी की विशेषता है। उन्होने हिंदी के इतिहास से लेकर उसके वर्तमान प्रयोग तक की जानकारी दी। श्रीमती सिंह ने कहा कि हमारे सभी समाज-सुधारकों ने भी इस बात पर विशेष ज़ोर दिया है कि भारत को एकता के सूत्र में पिरोने की क्षमता हिन्दी भाषा में ही है हिन्दी बड़ी ही लचीली एवं एकात्म करने वाली भाषा है अर्थात हिन्दी ने किसी भी भाषा के शब्द का विरोध नहीं किया है । इसमें उर्दू, अरबी, फारसी, रूसी, चीनी, इंग्लिश के साथ-साथ भारतीय भाषाओं-बंगाली, गुजराती और अनेक प्रादेशिक भाषाओं के शब्द कुछ इस तरह से एकाकार हो गए हैं कि उन्हें हिन्दी से अलग करना कठिन है हिन्दी की इन्हीं विशेषताओं के कारण हमारे संविधान निर्माताओं ने 14 सितंबर, 1949 को इसे भारत संघ की राजभाषा का दर्जा दिया तत्पश्चात वरिष्ठ अधिकारियों हेतु प्रश्नोतरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसे वरिष्ठ प्रबन्धकों द्वारा सराहा गया अंत में वरिष्ठ प्रबन्धक (मानव संसाधन) श्रीमती कामना शर्मा के धन्यवाद-ज्ञापन के साथ राजभाषा पखवाड़ा, 2021 के उदघाटन समारोह का समापन किया गया

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