मोहनलालगंज, लखनऊ । वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण के चलते लगातार चल रहें लॉकडाउन के बाद काम धंधा बन्द हो जाने से प्रवासी मजदूरों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसे में बस, ट्रक, डाला, पैदल जिसको जैसे बन पड़ा भूखे प्यासे अपने घरों की ओर चल पड़ा। ऐसे ही भूखे प्यासे प्रवासी युवकों की मदद के लिये निगोहा गांव में रहने वाले दर्जनभर से अधिक मुस्लिम युवा अपने हाथों में तख्ती लेकर लखनऊ -इलाहाबाद हाईवे पर खड़े होकर हजारों की संख्या में रोजाना गुजर रहे प्रवासियों को रोककर ..यहां रुकिए…खाना खाकर जाइए— जैसे स्लोगन लिखी पट्टिका लेकर लोगों को खाने पीने के सामान और पानी के पैकेट बांट रहें है। ताकि भूख प्यास से व्याकुल प्रवासियों को राहत मिल सके।
निगोहां गांव के रफीक की माने तो उनके गांव के 10-15 युवा आपस में मिलकर प्रतिदिन 1500 से 2000 लंच पैकेट तैयार कराकर पिछले 6 दिनों से हाईवे से गुजर रहें ट्रक, बस, डाला, साईकिल, बाइक व पैदल चलकर अपने घरों को वापस लौट रहे मजदूर प्रवासियों को लंच पैकेट, खाने पीने के अन्य सामान और पानी के पैकेट उपलब्ध करा रहें है। इन मुस्लिम युवाओ के कार्य को देखकर हर कोई उनकी सराहना कर रहा है।
नवीन वर्मा, मोहनलालगंज