लखनऊ | बंथरा के पुराही खेड़ा गांव में रविवार को मोहसिना बानो (27) ने फांसी लगाई थी, क्योंकि उसका प्रेमी करवा चौथ 17 अक्तूबर को पूजा के समय घर नहीं पहुंचा था। यह दावा पुलिस ने करते हुए युवती के प्रेमी महेंद्र व उसके दोस्त संदीप को गिरफ्तार कर लिया है। देर रात पहुंचे महेंद्र ने उसका शव छिपाने के लिए पुराही खेड़ा में फेंक दिया। चेहरा बिगाड़ने के लिए तेजाब भी फेंका, लेकिन कामयाब नहीं हो सका। अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी सुरेश चंद्र रावत के मुताबिक, अमेठी के जगदीशपुर स्थित पुरवा मौजा इमली गांव निवासी मुस्ताक अहमद की बेटी मोहसिना बानो (27) की शादी यहीं के मो. नसीम से हुई थी। मोहसिना पति संग मुंबई में रहनी लगी थी। पुलिस ने बताया कि मायके आने-जाने के दौरान मोहसिना की दोस्ती यहीं के कठौरा कमरौली निवासी महेंद्र से हो गई थी। महेंद्र स्टेशनरी की दुकान चलाने के साथ एक डाला भी चलवाता है। प्रभारी निरीक्षक रमेश रावत के मुताबिक, महेंद्र शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं। करवा चौथ वाले दिन मोहसिना फोन करती रही, लेकिन महेंद्र नहीं पहुंचा। इस पर उसने रस्सी के सहारे पंखे के हुक से लटक कर जान दे दी। अगले दिन महेंद्र जब घर पहुंचा तो हादसे की जानकारी हुई। चालक संदीप को बुलवाकर मोहसिना का शव डाला में लादकर पुराही खेड़ा के बाहर नाली में फेंक दिया। इस दौरान दोनों ने पहचान छुपाने के लिए हाइड्रोक्लोरिक एसिड की सीसी उसके चेहरे पर डाली, लेकिन कुछ खास फर्क नहीं पड़ा। पुलिस ने बृहस्पतिवार दोपहर महेंद्र व संदीप को दादूपुर मोड़ से गिरफ्तार कर लिया।