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होली के बाद शहर का कूड़ा प्रबंधन बिगड़ा

कर्मचारियों के छुट्टी के चलते सड़क से लेकर घर तक नहीं उठ रहा कूड़ा
लखनऊ। होली की छुट्घ्टी समाप्त हो गई लेकिन अभी तक कर्मचारी काम पर वापस नहीं लौटें है। इसकी वजह से शहर का कूड़ा प्रबंधन बेपटरी पर आ गया है। शहा के कई इलाकों में कूड़ा नहीं उठ रहा है। इसकी वजह से बीमारी फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। कॉलोनी और मोहल्लों में मच्छरों की संख्या बढ़ गई है। शहर के कई वार्ड में कूड़ा नहीं उठ रहा है। स्थिति यह है कि कुछ जगहों पर टीम आती भी है तो कूड़ा वार्ड में ही डंप कर दिया जा रहा है। पार्षदों का कहना है कि शिकायत के बाद भी उनके यहां कोई कार्रवाई नहीं होती है। शहरों में स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए गीला व सूखा कूड़ा अलग अलग उठान की व्यवस्था की गई थी। इसके लिए बाकायदा अलग अलग कंपाउंड की गाड़ियां हैं।शान के आदेश के बाद भी कूड़ा उठाने में लापरवाही हो रही है। ईस्माइल गंज वार्ड द्वितीय में इन दिनों में गाड़ियों से कूड़ा खुले में डंप किया जा रहा है। शहर की स्क्। कॉलोनी कानपुर रोड,आशियाना, शारदा नगर, मानसरोवर, ट्रांसपोर्ट नगर, सरोजनी नगर सहित दर्जनों इलाकों में कूड़ा नहीं उठने की शिकायत मिल रही है। इन इलाकों में सबसे खराब स्थिति है। कानपुर रोड एलडीए कालोनी, साउथ सिटी, राजाजीपुरम, जानकीपुरम, विकास नगर, अलीगंज, त्रिवेणीनगर, आलमबाग क्षेत्र व पुराने लखनऊ की स्थिति सबसे खराब है। यहां पर नियमित ईको ग्रीन की गाड़ी पहुंची ही नहीं है। स्थानीय निवासियों ने नगर निगम के अधिकारियों को कई बार फोन भी करते है लेकिन मदद नहीं मिलती है। यहां तक की अब पार्षदों की भी कोई सुनवाई नहीं बची है। आम दिनों में करीब 1500 मीट्रिक टन कूड़ा शिवरी प्लांट पहुंचता है। जहां इसके निस्तारण की मशीनें लगी है। लेकिन अभी भी इसमें नगर निगम की डोर टू डोर टीम 700 मीट्रिक टन से ज्यादा कूड़ा नहीं उठा पाती है। लखनऊ में विकास नगर सेक्टर चार, जानकीपुरम समेत कई डंपिंग जोन पर पूरे दिन कूड़ा गिरते रहता है, जबकि दोपहर 12 बजे के बाद कूड़ा डंपिंग जोन पर नहीं आना चाहिए।

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