अवध की आवाज
लखनऊ। सरस्वती डेंटल कॉलेज ने विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर लोगो को जागरूक कर विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया। जिसमें लोगों को तम्बाकू के खतरों के प्रति जागरूक कर सचेत किया गया। डा0 हिमांगी दुबे ने बताया कि विश्व तम्बाकू निषेध दिवस डब्ल्यूएचओ द्वारा हर साल एक अलग थीम के साथ मनाया जाता है। इस बार की थीम युवाओं पर प्रोटेक्टिंग यूथ फ्रॉम इंडस्ट्री मैनिपुलेशन एंड प्रिवेंटिंग देम फ्रॉम टोबैको एंड निकोटिन यूज थी। विज्ञापनों एवं फिल्मी दृश्य को देखकर युवा शुरू-शुरू में महज दिखावे के चक्कर में सिगरेट व अन्य तंबाकू उत्पादों का सेवन करने लगते है लेकिन धीरे-धीरे उनकी यह लत उन्हें इस कदर जकड़ लेती है कि उससे छुटकारा पाना उनके लिए बहुत मुश्किल हो जाता है। आज कल विज्ञापन से प्रभावित होकर युवा तंबाकू और सिगरेट का इस्तेमाल अपने स्टेटस सिंबल को प्रदर्शित करने में करते हैं। लेकिन उनका यह दिखावापन उन्हें धूम्रपान के अंधेरे रास्ते में धकेलता जा रहा है इसके साथ ही यह भी प्रमाणित हो चुका है कि धूम्रपान और तंबाकू का सेवन करने वाला व्यक्ति अनेको तरह के कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो सकता है। मुख व गले के कैंसर का मुख्य कारण धूम्रपान और तंबाकू सेवन ही होता है इसके लगातार सेवन से व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है जिससे व्यक्ति के संक्रामक बीमारियों से ग्रसित होने की संभावना बढ़ जाती है। सरस्वती डेंटल कॉलेज लखनऊ ने अपने विभाग ओरल मेडिसिन एंड रेडियोलोजी-टोबैको सीसेशन सेंटर के सहयोग से अपने स्नातक छात्रों के लिए ऑनलाइन जागरूकता स्लोगन मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित किया। जिसमें लगभग 200 विद्यार्थियों ने भाग लिया और अपने वीडियो स्लोगन के माध्यम से लोगों को धूम्रपान से होने वाले हानिकारक प्रभावों से सचेत कर जागरूक किया। प्रतियोगिता के माध्यम से युवाओं को टोबैको इंडस्ट्री के हथकंडे मे न आने और उन्हें तंबाकू और निकोटीन के इस्तेमाल न करने का संदेश दिया गया।