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बिजली व्यवस्था अब ट्रान्सफार्मर जलने और समय से न बदले जाने के कारण चरमराने लगी

लखनऊ। मांग और उत्पादन के भारी अन्तर से पहले से खराब हो पीड़ा दे रही बिजली व्यवस्था अब ट्रान्सफार्मर जलने और समय से न बदले जाने के कारण चरमराने लगी है। योगी सरकार समाज, राज्य व सरकार की जातीय व उपजातीय चुनाव रसायन बनाने और सजाने में लगी हुई है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता जीशान हैदर ने आज जारी बयान में कहा कि शहरों में 24 घण्टे एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 48 घंटे में जले ट्रान्सफार्मर बदलने की घोषणा व निकाय चुनाव के तुरन्त बाद राजनीतिक अवसरवादी बिजली मूल्य में बेतहाशा वृद्धि। 15 लाख देने की बड़े साहब के बड़े जुमले का आदित्यनाथ सरकार का जुमलावादी संस्करणीय अभिवादन लगता है। 24 व 48 घंटे में जले ट्रान्सफार्मर बदलने की सरकारी घोषणा के बाद ट्रान्सफार्मरों को बदलने में महीनों का समय लग रहा है। जनता को ट्रान्सफार्मर 10 हजार से 15 हजार रूपये तक का सुविधा शुल्क देकर खुद अपने यातायात साधनों से लाना पड़ रहा है। इस घोषणा के दबाव में पर्याप्त लोड का ट्रान्सफार्मर न रहने के बाद कम लोड का ट्रान्सफार्मर दे खाना पूर्ति करने की वजह से ट्रान्सफार्मर जलने की घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है। पर्याप्त तैयारी के बगैर किसी भी घोषणा का प्रभाव हमें भाजपा सरकार की नोटबन्दी की याद दिलाता है। ट्रान्सफार्मर जलने की बारम्बारता ने लोगों को अपनी जरूरतें स्थगित कर अंधेरे में रहने को मजबूर किया हैं लोगों को अपने दैनिक जल जरूरतों को लेकर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उद्योग धन्धों को उत्पादन घटने से लागत मूल्य बढ़ जाने की प्रतिस्पर्धात्मक संघर्ष में पिछड़ना पड़ रहा है। धान की पक रही फसल को बिजली अभाव जनित सिंचाई न मिल पाने से किसान अपनी फसल और कृषि लागत को खोने और भूखे मरने के खतरे में जी रहे हैं। श्री हैदर ने कहा कि प्रदेश सरकार आगरा के बिजली वितरण व्यवस्था को ‘टॉरेट’ कम्पनी के निजी हाथों में सौंप, लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, वाराणसी, गोरखपुर की वितरण व्यवस्था को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है। बद से बदतर होती बिजली व्यवस्था निजी हाथों में सौंपने का सरकारी नियोजन प्रतीत होता है? प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय समाज के महत्वपूर्ण त्यौहार दशहरा, दीपावली सन्निकट हैं त्योहारों में बिजली की आंख मिचौली वर्ष प्रतीक्षा बाद त्योहार उत्सव मनाने को उत्सुक उत्तर प्रदेशवासियों की इच्छाओं पर तुषारापात होगा। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि प्रदेश सरकार तत्काल त्योहारों को देखते हुए समुचित एवं सुदृढ़ बिजली व्यवस्था सुनिश्चित करे। बिजली व्यवस्था के इस लचर प्रदर्शन ने गांव से शहर और महानगर तक तथा किसान, मजदूर, कर्मचारियों और आम जन को आक्रोश से भर दिया है। बिजली व्यवस्था से पीड़ित आम जन का आक्रोश कभी भी सड़कों पर फट सकता है, जिसके लिए प्रदेश की भाजपा सरकार पूरी तरह जिम्मेदार होगी।

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