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शायद दिव्यांगों की सेवा के लिए भगवान ने मुझें विकलांग बनाया है : अरुणिमा सिन्हा

अरुणिमा का जन्मदिन दिव्यांग शक्ति दिवस के रूप में मनाया गया
दिव्यांग सम्मान से सम्मानित हुई 12 विभूतियां
रंजीव ठाकुर
लखनऊ । राजधानी के जयशंकर प्रसाद सभागार में सोमवार को दिव्यांग शक्ति दिवस के आयोजन में सेमीनार और दिव्यांगोंजनों को सम्मानित किया गया। इस आयोजन में पद्मश्री पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा का जन्मदिन केक काट कर मनाया गया । उपस्थितजनों ने अरुणिमा सिन्हा को जन्मदिवस की शुभकामनाएं देते हुए ऐवरेस्ट के बाद अंटार्कटिका फतह की मुबारकबाद दी । अरुणिमा सिन्हा ने कहा कि मेरा जन्मदिवस कभी नहीं मनाया गया और आज मैं अपने पिता की कमी महसूस कर रही हूं । दिव्यांगोंजनों के लिए जीवन समर्पित करने की बात करते हुए कहा कि शायद विकलांगों की सेवा करने के लिए ही भगवान ने मुझें दिव्यांग बनाया है । कार्यक्रम में यूपी दिव्यांग जन सशक्तिकरण विभाग के मंत्री ओमप्रकाश राजभर की अनुपस्थिति में दिव्यांगोंजनों को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले दिव्यांगोंजनों में दिव्यांग शिरोमणी सम्मान से प्रिया चतुर्वेदी, अंजलि अग्रवाल, म्रदु गोयल को, दिव्यांग गौरव सम्मान से आभा नागर, कुमकुम सिन्हा को, दिव्यांग शक्ति सम्मान से रईस जहॉ, विन्दु प्रभा, सरिता अग्रवाल, पारूल को, दिव्यांग प्रेरणा सम्मान से वंदना श्रीवास्तव, गीता रस्तोगी को तथा दिव्यांग विजेता सम्मान से रूबी मिश्रा को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के आयोजक विकलांग साथी ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णुकान्त मिश्रा ने दिव्यांगोंजनों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि दिव्यांगों को याचक नहीं बल्की दाता बन कर समाज में अपना विशेष स्थान बनाने की जरूरत है। सेमीनार को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने दिव्यांगोंजनों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए विचार व्यक्त करते हुए दिव्यांगों के पुनर्वास की बात रखी। इस अवसर पर दिव्यांगोंजनों के सामाजिक स्थान को लेकर वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए और कवितापाठ भी किया गया। दिव्यांग शक्ति दिवस पर मशहूर पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा फाउन्डेशन के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।

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