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यू0पी0 जर्नलिस्ट्स एसोसियेसन (उपजा) की जिला इकाई के पत्रकारो ने मुख्यमंत्री को संबोधित पांच सूत्रीय मांग पत्र आयुक्त काे सौंपा

मोहम्मद मैनुद्दीन खान
गोण्डा – यू0पी0 जर्नलिस्ट्स एसोसियेसन (उपजा) की जिला इकाई के पत्रकारो ने प्रदेश अध्यक्ष जी0 सी0 श्रीवास्तव के निर्देश पर जिलाध्यक्ष रईस अहमद की अगुआई मे मुख्यमंत्री को संबोधित पांच सूत्रीय मांग पत्र आयुक्त सुधेश कुमार ओझा को सौंपा। यू.पी. जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन(उपजा)गोण्डा की जिला शाखा के पदाधिकारियों एवम् सदस्य ने माँग करते हुए कहा कि भारत देश में पत्रकारों के जीवन की सुरक्षा एवं मान सम्मान के लिए ‘पत्रकार सुरक्षा कानून’ बनाया जाना नितांत जरूरी हो गया है। प्रिंट मीडिया से इतर इलेक्ट्रानिक मीडिया, सोशल मीडिया का विस्तार हुआ है। ऐसे में संयुक्त मीडिया के संरक्षण एवं नियमन के लिए ‘मीडिया काउन्सिल’ का गठन किया जाना जरूरी है।
सौंपे गये ज्ञापन में शोसल एक्टीविस्ट रहे प्रदीप मिश्रा की संदेहास्पद मौत की जांच कराये जाने की मांग प्रमुखता से उठाई गई। सर्वप्रथम उपजा के बैनर तले जिले भर से आये दर्जनो पत्रकार जिला सूचना कार्यालय पर इकट्ठा हुए। और अपनी मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए आयुक्त के आवास पर पंहुचे। जंहा उपजा के प्रदेश अध्यक्ष जी0 सी0 श्रीवास्तव व जिला अध्यक्ष रईस अहमद व महामंत्री जगपाल सिंह के नेतृत्व में पत्रकारो ने पांच सूत्रीय मांगपत्र सौंपा।
शुक्रवार को सौंपे गये इस ज्ञापन में कहा गया कि मीडिया के कारण ही लोकतंत्र जिन्दा है। लोकतंत्र के रक्षक और समाज के सजग प्रहरी के रूप में पत्रकारगण अपनी भूमिका का पूर्ण रूपेण निर्वहन कर रहे है। किन्तु विगत कुछ वर्षो में पत्रकारों के साथ हुई दमनकारी घटनाओं, हमले व हत्या तथा तरह तरह से उत्पीड़न की घटनाओं ने पत्रकारों की स्वतंत्र कार्यशैली को खतरे में डाल दिया है। इसलिए वर्तमान परिवेश में स्वस्थ पत्रकारिता के लिए तथा देश में लोकतंत्र को सुरक्षित एवं संरक्षित रखना जरूरी हो गया है। ऐसे में लोकतंत्र के प्रहरी पत्रकारों के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने, मीडिया काउन्सिल व मीडिया आयोग का गठन करने के अलावा पत्रकार स्व0 बृजनंदन तिवारी के आश्रितों को 25 लाख रूपये की आर्थिक सहायता अविलंब मुहैया कराने की प्रमुखता से मांग की गई।
वर्तमान पत्रकारिता के स्वरूप, कार्य संरक्षण, पत्रकारों की कार्यदशा एवं जीवन स्तर आदि पर गहन चिन्तन करने तथा पत्रकारिता एवं पत्रकारों के उन्नयन हेतु विभिन्न सोपानों के क्रियान्वयन हेतु ‘मीडिया आयोग’ का गठन भी जरूरी है। मांग पत्र में उत्तर प्रदेश में सभी मान्यता व गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों एवं उनके परिजनों को पीजीआई एवं लोहिया संस्थान में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाये।
माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में उत्तर प्रदेश में मजीठिया वेज बोर्ड की संस्तुतिया शीघ्र लागू करायी जाये। ज्ञापन लेने के बाद आयुक्त सुधेश कुमार ओझा ने पत्रकारो के समस्याओ के निस्तारण किये जाने का भरोसा जताते हुए कहा कि जो मांगे जिला व मंडल स्तरीय है उन्हे निश्चित रूप से अविलंब निस्तारित किया जायेगा। उन्होने कहा कि उपजा द्वारा मृतक पत्रकार बृजनंदन तिवारी उर्फ मंटू के परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाने का जो प्रयास किया जा रहा उसमें प्रशासन पूरी तरह सहयोग करेगा । उन्होने तुरंत प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए दूरभाष से उक्त प्रकरण की प्रगति आख्या भी मांगी। साथ ही शोसल एक्टीविस्ट स्व0 प्रदीप मिश्रा के मौत की निष्पक्ष जांच कराये जाने का आश्वासन भी दिया ।
इस दौरान उपजा के पत्रकार मनोज श्रीवास्तव, अतुल श्रीवास्तव, प्रदीप तिवारी, दिनेश शुक्ला, आशीष श्रीवास्तव, द्विजेन्द्र सिंह उर्फ विमल सिंह, शैलेन्द्र कौशल श्रीवास्तव, मो0 खालिद, अशोक श्रीवास्तव, डा. मुख्तार अहमद, मकशूद अकरम, ओ0 पी0 मिश्रा, दिनेश पाण्डेय, अनूप श्रीवास्तव, प्रवीण श्रीवास्तव, संजय प्रजापति, जटाशंकर सिंह, अशोक सिंह, विजय कुमार शुक्ल, रेहान रजा, प्रेम प्रकाश, मनोज गुप्ता, अमरचंद गुप्ता, श्रवण कुमार, मुश्ताक अहमद, देवीदीन, सच्चिदानंद शुक्ला, महबूब अहमद, सुनील कुमार गौड़, फरीद अहमद, रजीउददीन, राम बहादुर मो0 इमरान, कु0 सरोज मौर्या, प्रमोद कुमार चौहान, पवन जायसवाल, हंसराज शर्मा, सहित दर्जनो पत्रकार व सदस्य मौजूद रहे ।

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