विष्णु गुप्ता
अमवार/सोनभद्र | कनहर सिचाई परियोजना डूब क्षेत्र के भीसुर ग्राम की लखपतिया देवी उम्र लगभग 85 पत्नी विपत की मौत शुक्रवार शाम को हो गयी थी।जिसके लिए पहले भी मुआबजा देने की मांग ग्रामीणों द्वारा की गई थी लेकिन मुआबजा नही मिली।आज दोपहर बाद डूब क्षेत्र के विस्थापित अमवार फील्ड हास्टल पर मृतक महिला का शव रख कर मुआबजे की मांग करने लगे करीब 4 घण्टे बाद पहुचे नायब तहसीलदार कैलाश यादव के आते ही विस्थापितों ने तहसील प्रशासन व् सिचाई विभाग के विरुद्ध नारेबाजी लगाने लगे।
और विस्थापित तथा मृतक के परिजनों ने अपनी मांग को रखते हुए कहा कि विस्थापित मृतक लखपतिया देवी पत्नी स्वर्गीय विपत का जब तक पूर्ण विस्थापन पैकेज नहीं मिल जाता तब शव को रख कर धरना पर बैठे रहेंगे। इससे पहले भी बरसात में बरसात का पानी लखपतिया के घर में चला गया था उस समय तहसीलदार ने बोला था कि लखपतिया देवी को 3 दिन के अन्दर पैकेज दे दिया जायेगा लेकिन 9 महीने बीत गए लेकिन अभी तक पैकेज नहीं मिल पाया और शुक्रवार को मृत हो गई ।
और विभागीय त्रुटि के कारण मृतक विस्थापित का दृत्य पीढ़ी के जगह पर त्रितय पीढ़ी में नाम आ गया है इस वजह से मृतक के वारिस को भी मुआवजा नहीं मिल सकता है।मृतक के एक लड़का राजेन्द्र है जो की त्रुटि के कारण चतुर्थ पीढ़ी में आ जाता है।
मौके पर वार्ता करने आये नायब तहसीलदार कैलाश यादव ने कहा कि एक सफ्ताह में इनके परिजनों को पैकेज दे दिया जायेगा और अभी दाह संस्कार के लिए 50 हजार की धनराशि दे दिया जा रहा है।लेकिन विस्थापित नहीं माने विस्थापितों ने कहा कि मृतक का विस्थापित पैकेज के राशि लेकर ही दाह संस्कार करेंगे विस्थापित अपने मांग पर अड़े रहे।
जबकि विस्थापितों के बीच 112 करोड़ रूपये अब तक वितरित किये जा चुके है वर्तमान में सिचाई विभाग ने 5 करोड़ 30 लाख रुपये उपजिलाधिकारी के खाते में ट्रांसफर किया है लेकिन उपजिलाधिकारी की उदासीनता से आज तक विस्थापितों के बीच पैकेज वितरण शुरू नही हो सका बतादे की कुल 3716 विस्थापित में अभी भी 1649 विस्थापित ऐसे है जिन्हें पॅकेज की राशि नही मिल सकी है।
शानिवार देर शाम तक विस्थापित तथा नायब तहसीलदार के बीच वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकल पाया जबकि विस्थापित का मृत्य हुए 24 घण्टे हो गए ।
इस मौके पर विस्थापित इदरीश अंसारी,पंकज कुमार गौतम,संतोष यादव,रामसरन,राजेश,चन्द्रदेव, प्रशासन के तरफ से दुद्धी थाना वरिष्ठ उपनिरीक्षक राजेश कुमार सिंह,अमवार चौकी इंचार्ज सर्वानन्द यादव, सिपाही, लेखपाल अरुण कुमार ,हृदेश कुमार, सिचाई विभाग सहायक अभियन्ता संजय गुप्ता,जूनियर इंजीनयर संतोष,राजेश तथा करीब 150 की संख्या में विस्थापित मौजूद रहे।