गोण्डा से दीपक वर्मा
गोण्डा । फार्मासिस्ट फाउंडेशन गोंडा की टीम द्वारा विगत माह जिला अध्यक्ष नौशाद खाँ व जिला उपाध्यक्ष शहजाद अली के नेतृत्व में 150 फर्जी मेडिकल स्टोर्स की लिस्ट मंडलायुक्त देवीपाटन मण्डल व ज़िलाधिकारी गोण्डा को दिया गया । जो बिना फार्मसिस्टों के और बिना लाइसेंस के संचालित हो रहे थे । मंडलायुक्त ने जांच के लिए DLA को लिखा लेकिन उनके द्वारा कोई कार्यवाही नही हुई। पुनः शिकायत का संदर्भ देते हुए मंडलायुक्त से फार्मासिस्ट फॉउंडेशन का प्रतिनिधि मंडल मिला और 3 दिवसीय धरने का आयोजन किया गया । धरने के बाद प्रशासन जगा और मंडलायुक्त के दबाव में DLA जी . सी. श्रीवास्तव जी ने टीम गठन किया और जांच शुरू किया 5 दिन लगातार छापेमारी की गई और हर दुकान पर जिला अध्यक्ष नौशाद खान का नाम बताया कि इन्ही की शिकायत पर आया हूँ । इनके ऊपर दबाव बनाओ और फिर कुछ दुकानों पर नोटिस देकर जबरदस्त वसूली कराई गई । फर्जी होने बिना फार्मसिस्टों के दुकानो को जानने के बाद भी उनको बोला गया कि आप दुकान चलाये ये कागजी कोरम है। चलता रहेगा बस बाद में ऑफिस में मिल लेना बता दूंगा । क्या जवाब देना है और फिर जबरदस्त वसूली की गई । चारों तरफ विद्वेषपूर्ण माहौल पैदा कर दिया है कि कभी भी कुछ भी घटना घटीत हो सकती है । अगर कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो इसके लिए DLA जिम्मेदार होंगे । DLA द्वारा राजकीय कार्य न करके भृष्टाचार फैलाया जा रहा है और सरकारी कर्मचारी के रूप में नियम का उल्लंघन और जनता तो प्रतिघात के रूप कार्य किया जा रहा है । जिसके लिए IPC 166 के तहत दण्डनीय है । उक्त प्रकरण में शासन से टीम गठन कर कार्यवाही कराने का कष्ट करें । मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिब एस सी गोयल के शासनादेश के अनुसार दोषी अधिकारि को जांच अधिकारी न बनाये यह जांच DLA या D.i.को न दिया जाए ।