इकबाल खान
बलरामपुर। योगीराज के बेलगाम कर्मचारी और अफसर भ्रष्टाचार के नशे में इस तरह चूर है, कि हर आवाज को दबाने की कोशिश किया जा रहा है । जो भ्रष्टाचार के खिलाफ उठती है और भारतीय जनता पार्टी के सरकार के उस नारे को कलंकित करते नजर आ रहे हैं। जिससे सीना ठोंक कर प्रधानमंत्री जी और योगी जी कहते हैं की न गुंडाराज,न भ्रष्टाचार , अबकी बार भाजपा सरकार। योगी सरकार के कर्मचारी के द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार की पोल खोलने वाले मीडिया कर्मीयो को बलरामपुर जनपद में निशाना बनाया जा रहा है । सबसे ज्यादा मीडिया कर्मीयों के साथ बदसलूकी और अभद्रता व जान से मारने की धमकी थाना सादुल्लाह नगर और रेहरा थाने के क्षेत्र में हुई है । जिस पर मीडिया कर्मियों के द्वारा पुलिस और प्रशासन से शिकायत के बावजूद भी कोई कार्यवाही न होने से भ्रस्टाचारियों के हौंसले बुलंद है। स्वच्छ भारत मिशन में ग्राम सहजौरा विकास खण्ड रेहरा बाजार में पंचायत सचिव संजय मिश्रा द्वारा किये गये गोलमाल की जाँच करने पहुंचे अधिकारीयों की खबर कवरेज करने गए पत्रकार अशोक पाल से कवरेज के दौरान पंचायत सचिव संजय मिश्रा के भ्रष्टाचार की खुल रही कलई का तमासा मीडिया द्वारा कबरेज करने पर संजय मिश्रा ने अपना आपा खोकर पत्रकार अशोक पाल का कैमरा , मोबाइल, आईडी कार्ड छीन लिया और बदसलूकी की। अपने आपको सांसद दद्दन मिश्रा का रिस्तेदार बताकर आपा खो बैठे और पंचायत सचिव संजय मिश्रा टेप रिकार्डर की तरह आन होकर पत्रकार को खरी खोटी सुनाना शुरू कर दिए। पत्रकार को धमकाते हुए कहा की जिन जिन ग्राम सभा का सिकरेटरी हूँ सब प्रधान मिलकर मेरा ट्रांसफर के लिए डीएम और सी डी ओ के पास शिकायत किये लेकिन कुछ नहीं बिगड़ सके। ये बी डी ओ और डी पी आर ओ क्या बिगड़ लेंगे। केंद्र और राज्य में दोनों हमारी सरकार है इस बड़बोलेपन को खूब सुनाया। हैरत की बात तो ये है कि ये सब जाँच करने आये खंड विकास अधिकारी और जिला पंचायत राज अधिकारी महोदय के सामने हुआ और ये अधिकारी तमाशबीन बनाकर भ्रष्टाचार दबाने की कोशिश करने वाले इस मनबढ़ सिकरेटरी को अपनी मौन सहमती देते रहे। भ्रष्टाचार के खिलाफ हो रहे कवरेज पर मीडिया के साथ हुए बदसलूकी की जानकारी पीडित पत्रकार ने तुरन्त जिलाधिकारी महोदय को दी ।
जिस पर उन्होंने थाने में तहरीर देने को कहा,जब पीडित पत्रकार अशोक पाल थाना प्रभारी पवन सिंह को प्रार्थना पत्र दिया तो थाना प्रभारी ने प्रार्थना पत्र उठाकर फ़ेंक दिया और कहा कि मैं इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर सकता ,ये है भ्रष्टाचार मीटाने की मुहिम जिससे पूरी दबंगई और बदतमीजी से दबाने में लगे हैं । जिससे बलरामपुर के पत्रकारों में रोष व्याप्त है। पीडित पत्रकार ने न्याय की गुहार लगाई है ।