सुरेश कुमार तिवारी
कहोबा चौराहा गोंडा। बजाज चीनी मिल को चले हुए 4 माह से अधिक समय बीत गया, लेकिन अभी ज्यादातर किसानों के गन्ने खेत में खड़े हैं। जबकि सूत्र बताते हैं,कि इसी माह में चीनी मिल भी बंद होने वाली है। जिससे जिन किसानों का गन्ना अभी खेत में खड़ा है, उनकी धड़कने बढ़ने लगी हैं। गन्ना किसान झंझरी ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सोनभरिया गांव निवासी अमिरिका प्रसाद ने बताया, कि शुरू में हमारी पर्ची आई थी, उस पर्ची पर गन्ना हमने बेच दिया था। बीच में चीनी मिल द्वारा हमें पर्ची नहीं दी गई, जो मेरी पर्ची बच रही थी एकाएक पर्ची मुझे इस माह में चीनी मिल द्वारा दे दिया गया और हमारा 10 बीघा गन्ना खेत में खड़ा है। उसने बताया इस माह जब मिल बंद होने के कगार पर है,तब दर्जनों लोगों को पर्चियां एक साथ दे दी गई, जिससे न गन्ने की छिलाई हो पा रही है और न मजदूर मिल रहे हैं। ऐसी में कैसे बिकेगा गन्ना सोचकर किसान परेशान हैं। किसानों का कहना है अगर इसी बीच चीनी मिल बंद हो गई, तो हमारा काफी नुकसान होगा हम गन्ना बेचेंगे तो कहां बेचेंगे।