अजीजुद्दीन सिद्दीकी
मनकापुर गोण्डा। समाज में कुछ महिलाओं को बच्चे न होने से लोग बाँझ व बोझ समझ कर उनका त्रिस्तकार करते थे।लेकिन वो दिन अब साकार होते दिख रहा है। बांझ महिलाओं के लिए एक सुखद समाचार हैं। की उनके जनपद बहराइच के जरवल में हॉस्पिटल खालसा केयर सेंटर जरवल में मौजूद हैं। जहा पर बाँझ महिलाओं की गोद अब सुनी नहीं रहेंगी। यह बातें डॉ0 जसविंदर कौर विशेषज्ञ ने कही। श्रीमती डॉ कौर ने एक शिविर के माध्यम से महिलाओं को जागरूक किया। जिसमें लखनऊ से आयी। बाँझ रोग विशेषज्ञ डॉ0 शिवानी चौहान द्वारा नि:संतान महिलाओं को विस्तृत जानकारी दी और उन्हें अस्वस्थ कराते हुए कहा कि अब महिलाएं बाँझ नहीं रहेंगी। उन्हीं औरतों को बच्चे होंगे।यह भी कहा कि जो लोग बच्चे के लिए दूसरी सादी कर लिया करते थे अब उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आज बाँझ कही जाने वाली महिलाओं के गोद में बच्चे अब किलकारियां भरेंगे। शिविर मे नाजिया, प्रवीन, पूजा दीक्षित,अफरीन आदि महिलाओं की मौजूदगी रही।