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निरीक्षण के दौरान फ्लैग की स्पेलिंग नहीं बता पाई शिक्षामित्र

स्कूल में कई कमियां पाए जाने पर ई. प्र. अ. का वेतन रोका
जिला संवाददाता विनोद कुमार सिंह,,
गोंडा। आयुक्त देवीपाटन मण्डल एम. पी. अग्रवाल ने विकास खण्ड झंझरी के कम्पोजिट विद्यालय हारीपुर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) विनय मोहन वन एवं शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
निरीक्षण में पाया गया कि विद्यालय में प्राथमिक स्तर पर कुल नामांकित 170 बच्चों के सापेक्ष 51 बच्चे उपस्थित थे एवं उच्च प्राथमिक स्तर में कुल नामांकित 150 बच्चों के सापेक्ष 51 बच्चे उपस्थित थे। मध्यान्ह भोजन योजनान्तर्गत दाल चावल बना था मौके पर बच्चे भोजन ग्रहण कर रहे थे तथा फल में केला एवं पैकेट के दूध का वितरण किया जाता है।
आयुक्त महोदय ने सबसे पहले किचन पहुंचे। वहां रसोइयों ने बताया गया कि भोजन बी गैस चूल्हे पर बनता है। कभी- कभी लकड़ी के चूल्हे पर भोजन बनाया जाता है। स्टोर रूम में कूड़ा- कबाड़, अग्निशामक यंत्र व लकड़ियां देखकर आयुक्त महोदय काफी नाराज हुए। उन्होंने इसे तत्काल साफ कराने के निर्देश ई.प्र.अ. को दिये। विद्यालय में लगा सबमर्सिबल पम्प संचालित मिला लेकिन मल्टीपल हैण्डवॉश में बच्चों को हाथ धोने के लिए दो टोटी बंद मिलीं। इसे तत्काल शुरू कराने के आयुक्त महोदय ने आदेश दिए। शौचालय एवं मूत्रालय में ताला बन्द मिलने पर आयुक्त महोदय ने गहरी नाराजगी जाहिर की। शौचालय में साफ-सफाई और टूट मिलने पर इसकी तत्काल मरम्मत कराने के निर्देश दिए।
आयुक्त महोदय को प्राथमिक स्तर के कक्षा-कक्ष में टाइल्स नहीं लगी मिली। इस पर उन्होंने एक हफ्ते में टाइल्स लगाकर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होने कक्षा सात के रजनीश से ब्लैक बोर्ड पर गणित के सवाल गुणा, भाग हल कराये गये जो सही मिले। उन्होंने रजनीश को शाबासी भी दी।
कक्षा 5 के कक्ष का निरीक्षण करने पर पाया गया कि प्रेरणा तालिका में बच्चों की मैपिंग नहीं की गयी है। प्रातःकाल से निरीक्षण के समय तक कक्षा 5 के बच्चों को कुछ भी नहीं पढ़ाया गया है। इस संबंध में पूछे ताने पर वहां मौजूद अध्यापिका संध्या रानी ने बताया कि आज उन्होंने कुछ नहीं पढ़ाया है, वह हाउस होल्ड सर्वे का कार्य कर रही हैं। इस पर आयुक्त महोदय ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कड़े निर्देश दिये कि विद्यालय समय में अनिवार्य रूप से शिक्षण कार्य किया जाये। शिक्षण के अतिरिक्त कार्य अन्य समय में किये जाये।
इसी कक्षा-कक्ष में चारपाई बिछी हुई थी, खिड़की में दरवाजे नहीं लगे है ईट रखी हुई हैं। कक्षा-कक्ष में ही खिड़की के पास झाडू, डस्टबिन, पोंछा रखा मिला।विद्यालय में रेमेडियल कक्षाओं का संचालन नहीं किया जाता है। साथ ही क्यूआर कोड के माध्यम से शिक्षण कार्य नहीं किया गया है, किसी बच्चे को इसकी जानकारी नहीं है। व्हाट्सएप ग्रुप का संचालन एवं सक्रियता भी बहुत कम मिली। शिक्षक डायरी समस्त अध्यापकों की अवलोकन नहीं करायी गयी। शिक्षामित्र मंजू देवी की शिक्षक डायरी के अवलोकन में पाया गया कि फ्लैग के सम्बन्ध में पढ़ाने का अंकन है परन्तु अंग्रेजी में फ्लैग गलत लिखा मिला। इस पर आयुक्त महोदय ने शिक्षामित्र मंजू देवी से फ्लैग की स्पेलिंग पूछी, जिसे शिक्षामित्र द्वारा गलत बताया गया। विद्यालय में कम्पोजिट ग्राण्ट अन्तर्गत 50 हजार रूपये प्राप्त हुए है जिसका व्यय कर लिया गया है व्यय के सम्बन्ध में आयुक्त महोदय द्वारा ई.प्र.अ. से पूछने पर बताया गया कि रंगाई – पुताई व अन्य कार्य किया गया है। परन्तु विद्यालय की स्थिति अनुसार रंगाई – पुताई वर्तमान शैक्षिक सत्र में नहीं होना पाया गया ।
आयुक्त महोदय ने निरीक्षण में पाई गई कमियों के क्रम में सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक)विनय मोहन वन को निर्देश दिया कि उपरोक्त कमियों एवं ई.प्र.अ. गुणेन्द्र मोहन मिश्रा द्वारा अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है। इसलिए अग्रिम आदेशों तक ई.प्र.अ. गुणेन्द्र मोहन मिश्रा का वेतन अवरूद्ध करना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होने यह भी निर्देश दिया कि प्राथमिक स्तर के कक्षा-कक्ष में ग्राम प्रधान के माध्यम से टाइल्स लगाने का कार्य जिला पंचायत राज अधिकारी गोण्डा के संज्ञान में लाते हुए एक सप्ताह में पूर्ण करायें । इस दौरान विद्यालय में सहायक अध्यापिका डॉ० उमा सिंह , राखी तिवारी , ज्योतसना मिश्रा, ज्योति किरण तिवारी, मीनाक्षी तिवारी, संध्या रानी, सरोज कमल एवं ई.प्र.अ. गुणेन्द्र मोहन मिश्रा, शिक्षामित्र मंजू देवी, चन्द्रकान्ती पाण्डेय एवं अनुचर प्रीति देवी उपस्थित मिले।

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