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भाजपा की पराजय निश्चित- ओमप्रकाश राजभर

चुनाव बाद मदारी का खेल खत्म

रिपोर्ट–विवेक जायसवाल

बलिया। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व योगी सरकार के काबिना मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि लोकसभा के आगामी चुनाव में बीजेपी की पराजय निश्चित है।
दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व योगी आदित्यनाथ सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर बलिया जिले के रसड़ा कस्बे में स्थित अपने निवास पर आज पूर्वान्ह पत्रकारों से बातचीत करते हुए एक बार फिर बीजेपी पर बरसे। उन्होंने कहा कि बीजेपी को आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी करनी का फल भुगतना पड़ेगा।उन्होंने इसके साथ ही कहा कि चुनाव होने दीजिये, बीजेपी को तब पता लगेगा। उन्होंने इसके साथ ही जोड़ा कि गोरखपुर , फूलपुर व कैराना का आगाज हो चुका है। यदि बीजेपी सरकार का ऐसा ही कार्यपद्धति रहा तो बीजेपी का आगामी लोकसभा चुनाव में बुरा हश्र होगा। चुनाव के बाद मदारी का खेल खत्म हो जायेगा ।उन्होंने इसके साथ ही कहा कि जब एससी/ एसटी एक्ट को लेकर कानून बनायेंगे तथा चंद्रशेखर उर्फ रावण को रिहा करेंगे तब लंका दहन तो होना ही है। सेक्युलर मोर्चे के नेता शिवपाल सिंह यादव को आवास आवंटन को लेकर पूछे गये सवाल में उन्होंने कहा कि सपा को कमजोर करने के लिये शिवपाल यादव को आवास आवंटित किया गया है। उन्होंने इसके साथ ही बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि शिवपाल को तो बीजेपी सरकार बीजेपी का कार्यालय भी आवंटित कर सकती है।काबिना मंत्री श्री राजभर ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश का नौकरशाह पालन नही कर रहे। उन्होंने स्वयं के विभाग के एक प्रकरण का हवाला देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने अन्य पिछड़ा वर्ग के शुल्क प्रतिपूर्ति के लिये 84 करोड़ रुपये एक माह में जारी करने का निर्देश दिया है लेकिन ढाई महीने के बाद भी यह धनराशि जारी नही हो सका है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि जनता की शिकायतों का भी सही तरीके से निस्तारण नही हो रहा है। नौकरशाही शिकायत के निस्तारण की केवल खानापूर्ति कर रहे हैं। सूबे में कानून व्यवस्था को लेकर पूछे गये सवाल के जबाब में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर व्यंग्य किया तथा कहा कि मुख्यमंत्री बोलते रहेंगे तथा सूबे में घटनाएं होती रहेगी।उन्होंने दावा किया कि बहुत सारे मुठभेड़ फर्जी हैं। उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि पुलिस गरीब को उसके घर अथवा दुकान से उठाती है, उसका दो बार चालान करती है , फिर इनकाउंटर हो जाता है। उन्होंने एक बार फिर कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पिछड़े वर्ग के लोगों ने वोट केशव प्रसाद मौर्य के नाम पर दिया था।इसके पूर्व उन्होंने कहा था कि बीजेपी यदि 27 अक्टूबर तक पिछड़े वर्ग के वर्गीकरण को लेकर फैसला नही लेती है तो उनका दल लखनऊ में 27 अक्टूबर को आयोजित रैली में बीजेपी से गठबंधन तोड़ने अथवा इसे जारी रखने को लेकर फैसला करेगी। उन्होंने कहा था कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने लोकसभा चुनाव 2019 के छह माह पहले पिछड़े वर्ग के आरक्षण में वर्गीकरण को लागू करने का भरोसा दिलाया था। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सदन में इसको लेकर घोषणा कर चुके हैं।

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