जिला संवाददाता,अवध की आवाज दैनिक पेपर,,
गोंडा। रेलवे स्टेशन परिसर में स्थित सुलभ शौचालय के संचालक अपनी मनमानी पर उतार आए हैं। रेल यात्रियों से वसूली तो करते ही है साथ ही यात्री और महिलाओं से भी अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। विरोध करने पर देख लेने की धमकी दे रहे हैं। इसकी शिकायत कई यात्रियों ने रेलवे के शिकायत में कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई न होने पर सुलभ संचालक के हौसलें बुलंद हैं।
शासन द्वारा लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए शहर के सार्वजनिक स्थलों पर सुलभ शौचालय का निर्माण कराया गया है। इसकी देखरेख के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। जो आने वाले लोगों से राशि वसूल कर सरकार को देते हैं। वहीं सरकार टायलेट व स्नान करने के लिए राशि वसूलने का प्रावधान रखा है, लेकिन नियुक्त किए गए कर्मचारी लोगों से बाथरुम के उपयोग करने की भी राशि वसूल रहे हैं। अगर कोई यात्री इसका विरोध करता हैं तो उसे देखलेने की धमकी देकर चलता कर दिया जा रहा है। वहीं कई यात्रियों ने इसकी शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
महिलाओं से करते हैं अभद्रता
पिछले दिनों एक परिवार मुम्बई जाने के लिए गोंडा रेलवे स्टेशन पहुंचा। जिसमें महिलाएं भी थी। ट्रेन विलंब आने के कारण महिलाएं स्टेशन परिसर स्थित सुलभ शौचालय में बाथरुम के लिए गई। जब वे बाथरुम से निवृत्त होकर बाहर आ रही थी तो सुलभ शौचालय के कर्मचारी ने उन्हें रोका और दो रुपए की जगह दस रुपए की मांग करने लगा। जब महिलाओं ने कहा कि बाथरुम के दस रुपए कैसे। इतना कहते ही वह आग बबूला हो गया और उनके साथ अभद्रता करने लगा। महिलाओं इसकी जानकारी परिवारों वालों से की। परिवार वालों ने जब इसका विरोध किया तो उनके साथ भी अभद्रता करने लगे। मामला बिगड़ता देख परिवार के सदस्य वापस आ गए।
लाखों रुपए का करते हैं गोलमाल
गोंडा रेलवे स्टेशन में रोजाना हजारों यात्री यात्रा करने आते हैं। भीड़ अधिक होने के कारण ज्यादातर यात्री रेलवे परिसर में बने सुलभ शौचालय का उपयोग करते है। यात्रियों द्वारा मनमानी वसूली कर सुलभ शौचालय के कर्मचारी लाखों रुपए का गोलमाल कर रहे हैं। यात्रियों द्वारा शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती। जानकारी के अनुसार ठेकेदार की रेलवे के बड़े अधिकारियों से सांठ-गांठ होने के कारण अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
विकलांगों को मिलता है रियायत
भारत सरकार और राज्य शासन द्वारा शारीरिक रुप से विकलांग लोगों को कई सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। जिसमें रेल यात्रा, बस यात्रा सहित अन्य चीजें शामिल हैं। ट्रेन में यात्रा करने या फिर रेलवे स्टेशन में उनकी सुविधाओं का खास ख्याल भी रखा जाता है। लेकिन सुलभ शौचालय में इस तरह की हरकत करना भारत सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। वहीं जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचार मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रहे हैं। शिकायत का भी उन पर कोई असर नहीं हो रहा है।