विवेक जयसवाल
बलिया- बात करते हैं उत्तर प्रदेश बलिया जनपद स्थित हनुमान गंज ग्राम पंचायत की जहां पूर्व प्रधान व बागी नेता कहलाने वाले (नसीम व्यवहार) ने गरीब’ असहाय ‘वह लाचार ‘अल्पसंख्यक व गैर गुजरे लोगों के साथ अधिकारी व कर्मचारी भ्रष्ट प्रधान व नेता गणों ने अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों व अन्य जाति के लोगों का विकास रोक रखा है इसलिए भूख हड़ताल वह आमरण अनशन पर बैठ गए। वहीं आमरण अनशन व धरना प्रदर्शन में शामिल आईटीआई के प्रबंधक ने बताया कि तमाम गरीबों के हक की लड़ाई के लिए धरना प्रदर्शन किया था मैं भी इससे धरना प्रदर्शन में था क्योंकि भारत सरकार की नीतियों के अनुसार गरीबों के लिए कई कार्यक्रम चलाए गए हैं जैसे की आवाज के लिए सरकारी धन मिलता है(प्रधानमंत्री) आवास योजना के लिए पैसा आता है और तमाम योजना गरीबों के लिए आती हैं जिसमें कर्मचारी उन्हीं लोगों को यह सारी सरकारी सुविधा देते हैं जो उनको कमीशन देते हैं वह रिश्वत देते हैं कुछ जातिगत नीतियों के आधार पर वह लोग छटनी कर देते हैं हम यह नहीं कहते कि किसी पार्टी का दोष है इसमें कर्मचारी का दोष है पैसा लेकर हीलावारी करते हैं जिसके चलते गरीब अपने अधिकार को पाने से वंचित रह जाता है। वहीं बागी नेता कहलाने वाले व पूर्व प्रधान जो अनशन पर बैठे थे उन्होंने बताया कि मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता हूं मेरे गांव में समस्या यह है कि रोड नाली वह शौचालय आवास जिसमें हमारे ग्राम सभा के प्रधान है वह भेदभाव काफी कर रहे हैं कि मुसलमानों के मोहल्ले में काम नहीं करेंगे चमारों के मोहल्ले में काम नहीं करेंगे वह जो भेदभाव कर रहे हैं गरीबों का नाम जो आवास में था उसे काट दिया गया है जिसका मकान बना हुआ है तीन तल्ले उसको आवास दे रहे हैं जो शौचालय बनाकर पैसा मांग रहा है उसका पैसा नहीं दे रहे हैं हमारे बीडीओ साहब ने हमें आश्वासन दिया है कि हम आप लोगों का चेक कटवा दे रहे हैं अगर बात नहीं मानते हैं तो मैं यहां पर आमरण अनशन नहीं तोडूंगा एक बूंद पानी नहीं पी लूंगा जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक यह हमारे लोग जो उत्पीड़न का शिकार हुए हैं जिसका विकास नहीं हो रहा है जिनके ऊपर लोगों का अत्याचार कर रहे हैं उनको मैं विधानसभा ले जाऊंगा वहां पर भी अनशन करूंगा मैं लड़ाई लड़ूंगा। वहीं सहायक विकास अधिकारी ने मीडिया से बताया कि यह अनशन कारियों की बात हमारे संज्ञान में आया है इस संबंध में हमने मान्य खंड विकास अधिकारी महोदय से भी इस संबंध में हम लोगों ने आपस में बात किया है नसीम जी जिनका आज धरने का कार्यक्रम है और योजनाओं के बारे में वह अपनी मांग कर रहे हैं इस पर माननीय खंड विकास महोदय द्वारा भी पूर्व में दो बा्र चेक वितरण कराया जा चुका है कुछ लाभकारी उनके अनुसार और शेष बचे हैं और जिनका सर्वेक्षण कराया जा रहा है और इस ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान काफी अस्वस्थ चल रहे हैं जिनकी वजह से अपना इलाज करा रहे हैं इस संबंध में सचिव से भी बात की गई है काफी कुछ योजनाओं का लाभ पूर्व में दिया जा चुका है कुछ लाभकारी जो पात्र हैं और अवशेष बचे हुए हैं। हम स्वयं इस मामले इस मामले को लेकर काफी गंभीर है हम और खंड विकास अधिकारी महोदय कर्मचारी कर्मचारी होता है उसके लिए किसी जाति धर्म के साथ खड़े नहीं हो सकते हमारा एक ही शासकीय दायित्वों का निर्वाहन करना जो शासन के निर्देश उनका पालन करना यह हमारा कार्य है और हम इन चीजों पर कतई ना विश्वास करते हैं हम जो भी पात्र व्यक्ति किसी भी जात का यह किसी भी धर्म का हो कहीं का भी हो जो सरकार की योजनाओं के लिए पात्र होगा उसको हम सरकार के पात्रता के आधार पर योजनाओं का लाभ अवश्य दिलाएंगे उनके आरोप की गहरी जांच कराई जाएगी अगर ऐसा पाया जाएगा तो इस संबंध में अवश्य गंभीर कदम उठाए जाएंगे लेकिन अगर किसी भी सरकारी योजना में किसी भी प्रकार की धनराशि लेना या उस बारे में विचार करना यह गलत है हमारे विकास खंड में जहां तक हमें जानकारी है ऐसी कोई भी प्रकरण हमारे सामने नहीं आया है यदि उन्होंने कहा है तो इसकी जांच कराई जाएगी।