उन्नाव। भारत सरकार लगातार प्रयासरत है यूक्रेन और रूस के बीच भीषण युद्ध में वहां फंसे भारतीयों को निकालने को भारत सरकार पूरा प्रयासरत है हजारों छात्रों की वतन वापसी हो चुकी है वही कल्याणपुर कानपुर आवास विकास निवासी शशि यादव जी यू कैन से अपने घर वापस आ गई कानपुर रेलवे में कार्यालय अधीक्षक परिचालक विभाग में तैनात पिता अमरेंद्र यादव मनीता यादव सृष्टि की बड़ी बहन अर्पिता यादव सृष्टि को अपने साथ देख कर अपनी आंखों पर भरोसा नहीं कर पा रही हैं पिता अमरेंद्र यादव ने बताया कि उनकी दो बेटियां हैं बड़ी बेटी अर्पिता यादव कानपुर यूनिवर्सिटी से होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रही हैं वही छोटी बेटी सृष्टि 11 मार्च 2021 में यूक्रेन के बेनीपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की तैयारी करने गई थी वहां के हालत बिगड़ने पर उन्होंने वापसी का फ्लाइट टिकट बुक करा था लेकिन लगातार वहां के हालत बिगड़ने पर बेटी वापस नहीं लौट पाई थी वही वतन वापसी से गदगद सृष्टि ने बताया कि वहां के हालत बद से बदतर है 24 तारीख सुबह उनके मेडिकल यूनिवर्सिटी से 700 मीटर दूर सिटी सेंटर के पास एक ब्लास्ट हुआ जिसके बाद वह सभी घबरा गए जिसके बाद वहां के संचालकों ने यूनिवर्सिटी के नीचे बने बनकर में सभी छात्रों को भेज दिया वही भूखे प्यासे सब रहे उन्हें आशा नहीं थी कि वह जिंदा भारत लौट पाएंगे 26 तारीख को रेलवे स्टेशन गई लेकिन यू करणी सेना के जवानों ने वहां से सिर्फ इंडियन को वापस कर दिया और बताया कि एबीसी से उनके लिए कोई आर्डर नहीं आया इसके बाद 28 फरवरी को सभी छात्रों ने बस अरेंज कर रोमानिया बॉर्डर के लिए निकले दो-तीन दिन वहीं पर टेंट में दिन बिताए अगले दिन सूखे वा एयरपोर्ट से ढाई सौ छात्रों ने भारत सरकार की मदद से फ्लाइट पकड़ी और दिल्ली पहुंच
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