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सिंचाई विभाग में घालमेल लोकायुक्त तक पहुंचा मामला,

नया मामला टूल एन्ड प्लान मद से खरीदे गए सामान से है जुड़ा
उन्नाव। जिले के सिंचाई विभाग में शारदा खंड में घालमेल के एक के बाद एक मामले सुर्खियां बन रहे हैं। नया मामला टूल एन्ड प्लान मद से खरीदे गए सामान से जुडा है। आरोप है की इस मद से 29.91 लाख रूपये का सामान खरीदा गया है। जिसमें खूब घालमेल किया गया है। जहां इस खरीद को शारदा खंड के अधिशासी अधिकारी शैलेंद्र सिंह सही बता रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ खरीद और टेंडर प्रक्रिया सामेत आठ बिन्दुओं पर हुए घालमेल की शिकायत लोकायुक्त तक पहुंच गई है। अब पूरे मामले में सत्यापन के लिए अधीक्षण अभियंता की तरफ से एक टीम भी बनाई गई है। उन्नाव का सिंचाई विभाग का शारदा खंड विभाग अफसरों की करगुजारियों की वजह से अक्सर सुर्खियों में बना रहता है। बीते दिनों शारदा खंड के एक्सीएन शैलेश प्रताप के खिलाफ भाजपा के भगवंत नगर के विधायक आशुतोष शुक्ला तो धरने पर बैठ गए थे। आरोप था कि पुलिया के निर्माण के लिए उन्होंने एक्सईएन शैलेश प्रताप सिंह से कहा था उसका निर्माण अभी तक नहीं हुआ है। एक्सीईएन ने पुलिया निर्माण होने की झूठी रिपोर्ट भी दी।
कई दिनों तक सुर्खियों में रहे इस मामले का पटाक्षेप हुआ तो विभाग अब नए मामलों में फिर से सुर्खियों में आ गया है। सिविल लाइन निवासी अजय वीर सिंह चंदेल ने उन्नाव खंड शारदा नहर कार्यालय में हर कदम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए लोकायुक्त से घ्शिकायत की है। उन्होंने आठ बिंदुओं का घ्शिकायतीपत्र देकर लोकायुक्त से जांच कराने की मांग की है। अजय वीर सिंह चंदेल ने दिए गए घ्शिकायतीपत्र में बताया है कि पुल पुलियों के निर्माण, मरम्मत में आवश्यकता से ज्यादा कई गुना अधिक के इस्टीमेट बनाकर अपने चहेते ठेकेदारों के नाम अनुबंध गठित कर धन का बंदरबांट किया गया। एक्सईएन की मिलीभगत से फर्जी अनुभव पत्र लगाकर बिना सत्यापन कराए निविदाओं को कराकर अनुबंधों का गठन किया गया। सिटी जेल ड्रेन में अधोमानक कार्य कराया गया। निरीक्षण भवन निर्माण में डिस्मेंटल से निकली ईंट व लोहे की नीलामी न करके आपस में बंदरबांट कर लिया गया। यही नहीं पुराने दरवाजे व पल्ले लगा दिए गए। टीएंडपी की खरीद में बाजारी कीमत से कई गुना अघ्धिक के बिल लगाकर बिना माप पुघ्स्तिका में दर्ज किए भुगतान करके बंदरबांट कर लिया गया। यह भी बताया है कि विभाग में भ्रष्टाचार के साक्ष्य मिटाने का भी प्रयास किया जा रहा है। शिकायतकर्ता ने कूटरचित तरीके से 2.50 करोड़ से अघ्धिक के शासकीय धन की लूटखसोट का एक्सईएन व एसडीओ पर आरोप लगाते हुए जांच कराने की मांग उठाई है। इस मामले में एक्सईएन शारदा खंड शैलेश प्रताप सिंह का कहना है की यह सब चीज विभाग के लोगों द्वारा ही अलग तरीके से प्रेषित की गई हैं। सारा सामान जेम पोर्टल से खरीदा गया है। पूरे मामले की जांच के लिए अधीक्षण अभियंता द्वारा कमेटी गठित की गई है।

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