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उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का गुरुवार मा0 मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से किया शुभारंभ

कोविड-19 महामारी से अनाथ हुए बच्चों को प्रतिमाह दी जाएगी ₹4000 की आर्थिक सहायता।
जनपद के चिन्हित पात्र 10 बच्चों को जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधदिए प्रमाण पत्र।
कलेक्ट्रेट के nic में कार्यक्रम का दिखाया गया सजीव प्रसारण।
उन्नाव। कोविड-19 महामारी से अनाथ हुए बच्चों के भरण-पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य व देखभाल के लिए संचालित “उ0प्र0 मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना” का शुभारंभ आज मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने लोक भवन लखनऊ से किया। जिसका सजीव प्रसारण कलेक्ट्रेट स्थित एन आई सी में मौजूद जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार, मुख्य विकास अधिकारी दिव्यांशु पटेल सहित अन्य अधिकारियों, लाभार्थीगण व जन सामान्य ने देखा एवं सुना। कार्यक्रम के उपरांत जनपद में चिन्हित पात्र 10 बच्चे जो कोविड-19 महामारी से अनाथ हुए उनको जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी ने प्रमाण पत्र वितरित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण अनाथ हुए ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता दोनों अथवा माता या पिता में से किसी एक की मृत्यु हो गई हो ऐसे बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा, चिकित्सा आदि की व्यवस्था हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान किए जाने को लेकर मा0 मुख्यमंत्री द्वारा उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि 0 से 18 वर्ष की उम्र तक के सभी बच्चों को इस योजना में शामिल किया गया है, जिन्होंने कोविड-19 महामारी के कारण अपने माता-पिता में से आय अर्जित करने वाले अभिभावक को खो दिया हो। इसके साथ ही कोरोना से निराश्रित हुए बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा और सुरक्षा के लिए बाल देखरेख करने वाली सरकारी संस्थाओं में आवास, चल-अचल संपत्तियों की कानूनी सुरक्षा, बेटियों के विवाह हेतु ₹101000 की आर्थिक सहायता, कस्तूरबा गांधी बालिका/अटल आवासीय विद्यालयों में निशुल्क शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा में अध्ययनरत छात्रों के लिए लैपटॉप/टेबलेट इत्यादि की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने बताया कि इस योजना अंतर्गत जनपद में अब तक 40 पात्र बच्चे चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से आज 10 बच्चों को प्रमाण पत्र दिया गया एवं जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि समस्त 40 बच्चों के घर जाकर स्वीकृति प्रमाण पत्र एवं उनकी आवश्यकतानुरूप किट का वितरण किया जाये। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में उपस्थित अर्चना ने राशन कार्ड न बने होने के सम्बंध में जिलाधिकारी को अवगत कराया, जिस पर तत्काल जिला पूर्ति अधिकारी को बुलाकर जिलाधिकरी द्वारा महिला का राशन कार्ड बनाये जाने हेतु निर्देशित किया गया. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी से निराश्रित हुए ऐसे सभी बच्चों को चिन्हित कर उन्हें इस योजना से लाभान्वित किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन रेनू यादव जिला प्रोबेशन अधिकारी ने किया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी दिव्यांशु पटेल, बाल संरक्षण अधिकारी सहित लाभार्थीगण व अन्य संबंधित मौजूद रहे।
____ अवध की आवाज ब्यूरो चीफ गुड्डू मिश्रा उन्नाव

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