मछरेहटा / सीतापुर । मर्यादा पुरुषोत्तम राम के बिना भारतीय संस्कृति अधूरी है । माता-पिता की आज्ञा का पालन, भाई के लिए राजगद्दी का परित्याग, उच्च कुल मे जन्म लेकर राजकुमार होते हुए भी निषादराज को गले लगाना , भीलनी शबरी के जूठे बेर खाकर उसे आदर देना और पक्षी जटायु का अपने हाथों क्रिया-कर्म करना राम को मर्यादापुरुषोत्तम के रूप मे प्रतिष्ठित करते है और इसीलिए भारतीय जनमानस के प्राण तत्व स्वरूप वे भगवान के रूप मे पूजनीय है वंदनीय है । युगों युगों से गंगा की भांति प्रवाहित होती हुयी यह रामकथा आज भी भारतीयों के लिए अनुकरणीय है और अनंतकाल से भारत ही नही विदेशों मे भी होने वाली रामलीला इस बात का प्रमाण है बताते चलें की पौराणिक मेला दशहरा रामबाग मछरेहटा में गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी बड़ा हनुमान मंदिर मछरेहटा से ध्वजारोहण निकाल कर मछरेहटा कस्बा होते हुए रामलीला मैदान प्रांगण में पहुंचकर कमेटी के सदस्यों द्वारा मंच का पूजन कर समस्त देवी देवताओं का पूजन कर मेले की शुरुआत की गई इस अवसर पर मेला संरक्षक वीरपाल सिंह सह संरक्षक डॉ सुरेश चंद्र गुप्ता सह सरक्षक रोहित रस्तोगी सह सरक्षक संतोष गुप्ता मेला अध्यक्ष पवन रस्तोगी कोषा अध्यक्ष अनिल रस्तोगी उपाध्यक्ष डॉ राज किशोर श्रीवास्तव एवं मंत्री ठाकुर शोभित सिंह जमीला किन्नर संगठन मंत्री विकास सिंह पूर्व मेला अध्यक्ष महंत बाबा प्रीतम दास बड़ा हनुमान मंदिर मछरेहटा मंच संचालक ठाकुर अमरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ चहलू सिंह रहीस प्रधान राठौर पुर लीला अध्यक्ष पंडित दिनेश अवस्थी आदि लोग उपस्थित रहे।