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डीएम ने किया विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ

जागरूकता, फागिंग एवं स्वच्छता के लिए संचालित वाहनों को दिखाई हरी झंडी
सीतापुर। जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने सोमवार को कलेक्ट्रेट से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने जागरूकता, फागिंग एवं स्वच्छता के लिए संचालित वाहनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि यह अभियान आज से शुरू होकर 31 मार्च तक चलेगा। इसी बीच 10 मार्च से 24 मार्च तक दस्तक अभियान चलाया जायेगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत चिकित्सा-स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिमागी बुखार से संबंधित रोकथाम एवं नियंत्रण गतिविधियों के संचालन के साथ-साथ संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार के प्रकरणों की निगरानी एवं उपचार की व्यवस्था की जायेगी। रोगियों के निःशुल्क परिवहन हेतु रोगी वाहन की व्यवस्था के अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में फागिंग कराई जायेगी। नगर विकास विभाग तथा पंचायती राज विभाग द्वारा स्वच्छता से संबंधित गतिविधियाें के साथ शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कराने तथा वेक्टर कंट्रोल की गतिविधियां भी संचालित की जाएंगी। जलाशयों एवं नालियों की नियमित सफाई, एंटीलार्वा छिड़काव की व्यवस्था की जाएगी। पशुपालन विभाग द्वारा सूकर पालकों को अन्य व्यवसाय अपनाने हेतु जागरूक करने के साथ सूकर पालन स्थल पर वेक्टर नियंत्रण एवं सर्विलांस की व्यवस्था की जाएगी। सूकर पशुपालकों को सूकर बाड़े की साफ-सफाई, कीटनाशक छिड़काव एवं मच्छररोधी जाली से ढकनें हेतु प्रशिक्षित किया जायेगा तथा सभी प्रकार के पशुबाड़े में स्वच्छता, कचरा निस्तारण का मच्छररोधी जाली के प्रयोग हेतु पशुपालकों को जानकारी दी जाएगी।
बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार की पहचान व बचाव आदि के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही टीकाकरण, कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण एवं पोषाहार वितरण भी होगा। दिव्यांग कल्याण विभाग से समन्वय कर दिव्यांग बच्चों को प्रशिक्षण एवं अन्य सुविधाओं में सहयोग दिया जाएगा। शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों के माध्यम से जन-जागरूकता कार्यक्रम कराते हुये विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, सूचना विभाग एवं उद्यान विभाग द्वारा भी अभियान के अन्तर्गत विभिन्न गतिविधियां संचालित की जायेंगी।
जिलाधिकारी ने कहा- दस्तक अभियान का उद्देश्य दिमागी बुखार से संबंधित जागरूकता बढ़ाने एवं बचाव और उपचार के संदेश प्रसारित करना है। दस्तक का शाब्दिक अर्थ है ‘‘दरवाजा खटखटाना‘‘। दस्तक एक व्यापक स्वास्थ्य शिक्षा, जागरूकता एवं सामाजिक व्यवहार परिवर्तन संचार रणनीति है जो लोगों को बचाव एवं सही समय पर उपचार के संदेश पहुंचाकर उन्हें दिमागी बुखार की समस्या से निपटनें के लिये प्रेरित करेगी। इस अभियान के जरिए दिमागी बुखार संबंधित शिक्षा एवं व्यवहार परिवर्तन के संदेश गांव के हर एक घर और परिवार तक पहुंचाना इस अभियान का लक्ष्य है। अभियान में फ्रंट लाईन वर्कर्स (आशा एवं आंगनबाड़ी) घर-घर जाकर उन्हें जागरूक करेंगीं तथा संवेदीकरण एवं सर्वेक्षण जैसे क्षय रोग के सम्भावित रोगियों के विषय में जानकारी, जन्म मृत्यु पंजीकरण से छूटे शिशुओं/व्यक्तियों के पंजीकरण की कार्यवाही, बुखार के रोगियों की सूची, कुपोषित बच्चों की सूची, दिमागी बुखार के कारण दिव्यांग हुये व्यक्ति की सूचना आदि एकत्रित करेंगीं। कार्यक्रम के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मधु गैरोला, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका गुरू प्रसाद पांडेय सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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