हरदोई | सघन मिशन इन्द्रधनुश कार्यक्रम 08 अक्टॅूबर 2017 से चलाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य 0 से 2 वर्श तक के उन सभी बच्चों तथा गर्भवती माताओं को शत-प्रतिशत आच्छादित करना है जहाँ पर टीकाकरण का स्तर निम्न है, जैसे नट-डेरे, मलिन बस्ती, ईंट-भट्ठे, घूमन्तू आबादी वाले क्षेत्र, झुग्गी झोपड़ी, दुर्गम दूरस्थ क्षेत्र तथा उपकेन्द्र जहां पर ए0एन0एम0 कार्यरत नहीं है। मिषन इन्द्रधनुश को प्रभावशील बनाने के लिये जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक हो चुकी है तथा लगाये गये कर्मचारियों एवं पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित कर दिया गया है। कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु 2703 सत्रों का प्लान किया गया है, जिनमें 436 ए0एन0एम0 तथा 202 पर्यवेक्षकों को लगाया गया है। हेड काउन्ट सर्वे के अनुसार 52036 बच्चे अप्रतिरक्षित पाये गये। इनको शत-प्रतिशत प्रतिरक्षित करना हमारा लक्ष्य है। सघन मिशन इन्द्रधनुश का मूल्यांकन एवं अनुश्रवण माननीय प्रधानमंत्री द्वारा किया जा रहा है, जिसमें शिक्षा विभाग, पंचायतराज विभाग, बाल विकास विभाग, हाउसिंग एवं अर्बन अफेयर्स मन्त्रालय, युवा एवं खेल मन्त्रालय, रक्षा मन्त्रालय, रेल मन्त्रालय, शहरी विकास मन्त्रालय, मातृ एवं शिशु कल्याण मन्त्रालय, सूचना एवं प्रसारण मन्त्रालय, अल्प संख्यक मन्त्रालय का सहयोग लिया जायेगा। कार्यक्रम को गति प्रदान करने हेतु रोटरी लायन्स क्लब, नेहरू युवा केन्द्र तथा धार्मिक सम्प्रदायों के धर्म गुरूओं की बैठक आयोजित की गयी, जिनसे मिषन इन्द्रधनुश को सफल बनाने के लिये अपेक्षा की गयी। इन्द्रधनुश की भांति जीवन को खुषहाल बनाने हेतु आठ जानलेवा बीमारियों से बचाव का टीकाकरण किया जायेगा। व्यापक प्रचार-प्रसार एवं सभी लाॅजिस्टिक एवं वैक्सीन सभी सामु0/प्रा0स्वा0के0 पर पहुंचा दी गयी है।
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