कानपुर। अमेरिका से आए श्रीमान देवव्रत प्रभु जी ने 16 फरवरी से 18 फरवरी तक इस्कॉन कानपुर में अत्यंत मधुर श्रीमद्भागवतम् कथा की।
श्रीमद्भागवतम् के तृतीय स्कंध में देवहूति नंदन भगवान कपिल द्वारा भक्ति योग की सुंदर व्याख्या की गई है। श्रीमान देव व्रत प्रभु जी ने तृतीय स्कंध के 29 वें अध्याय को विस्तार से समझाया।
भक्ति योग सभी आध्यात्मिक प्रणालियों में सर्वश्रेष्ठ है एवं पूर्ण पुरुषोत्तम भगवान श्री कृष्ण को प्राप्त करने की सर्वोच्च विधि है। सभी शास्त्रों का यह परम निष्कर्ष है की बिना भक्तिमय सेवा के श्री कृष्ण को प्राप्त नहीं किया जा सकता। श्रीमान देवव्रत प्रभु जी के द्वारा इस भागवत कथा से निश्चित ही भारतीय युवाओं को आध्यात्मिक रहा पर चलने की प्रेरणा प्राप्त हुई।
इसी के साथ 18 फरवरी रविवार को इस्कॉन कानपुर में बुक मैराथन 2023 प्रोत्साहन समारोह का भव्य आयोजन किया गया।
इस्कॉन के द्वारा भगवद्गीता जयंती के उपलक्ष्य पर संपूर्ण विश्व में पुस्तक वितरण किया जाता है।
वर्ष 2023 में इस्कॉन कानपुर के द्वारा 151628 ग्रंथ वितरित किए गए। पुस्तक वितरण में चंदन प्रभु जी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
कांग्रिगेशन में शेखर प्रभु जी एवं माताओं में ब्रज लीला माताजी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
साथ ही युवाओं में गर्वित प्रभु जी एवं हिमानी माताजी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
ग्रंथ वितरण के माध्यम से संपूर्ण विश्व में आध्यात्मिक क्रांति लाई जा रही है।
जिन भक्तों ने उत्साह पूर्वक इस पुस्तक वितरण मैराथन में भाग लिया उन सभी को पुरस्कृत किया गया।
इस उपलक्ष पर इस्कॉन कानपुर मंदिर अध्यक्ष श्रीमान प्रेम हरि नाम प्रभु जी एवं मुख्य अतिथि श्रीमान देवव्रत प्रभु जी उपस्थित रहे।