कन्नौज- प्रदेश सरकार किसानों की समस्याओं को लेकर हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन कन्नौज जनपद के बिजली विभाग की तानाशाही आमजन पर भारी पड़ रही है। हाल यह है कि ग्रामीण क्षेत्र में बमुश्किल 2 से 4 घण्टे बिजली मिल पा रही है। आम उपभोक्ता जब शिकायत दर्ज कराने के लिये बिजल ी विभाग के अफसरों को कॉल करते हैं तो उनके मोबाइल नही उठते। । जनपद कन्नौज में बिजली विभाग के जितने भी कर्मचारी हैं कभी भी किसी भी व्यक्ति का फोन नहीं उठाते ना ही उनकी समस्याओं को अमल में लाते हैं। मामला कन्नौज के सौरिख ब्लॉक क्षेत्र में गर्मी की तपिश में बिजली कटौती किसानों को रुलाने लगी है। सौरिख सब स्टेशन के करीब 2 सैकड़ा गांव बिजली विभाग की तानाशाही से अछूते नही है। ग्रामीण क्षेत्र में बमुश्किल 2 से 4 घण्टे व शहरी क्षेत्र में 7 से 8 घण्टे ही बिजली मिल रही है। जिससे शहर के आम उपभोक्ताओं के साथ साथ अन्नदाता को भी अघोषित बिजली कटौती से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि बिजली कटौती के चलते खेतों में सिंचाई नही हो पा रही जिससे फसल चौपट हो रही है। उस पर बिजली विभाग मनमाने तरीके से बिल भेज रहा है। किसानों का कहना है की कई बार अफसरों से बिजली व्यवस्था सुधार के लिये पत्र लिखा, लेकिन कोई सुनवायी नही हुई। बिजली विभाग की तानाशाही से आक्रोशित किसान जल्द आंदोलन की बात कह रहे हैं। उत्तर प्रदेश ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने जिस प्रकार किसानों को राहत देने की बात कही थी वह कहीं ना कहीं कन्नौज के अधिकारियों पर किसानों के लिए सिर्फ हवा हवाई दिख रही है देखना यह है कि कन्नौज की जनता को इस गर्मी में बिजली की समस्या से क्या निजात मिल पाएगी।