समूह महिलाओ को लघु उधोग के लिए 5 लाख से अधिक की मिली सहायता राशि
बीडीओ के कार्यक्रम में न आने पर मायूस हुई समूह समूह महिलाएं
कदौरा/जालौन ।कदौरा नगर में स्वयं सहायता समूह महिलाओ द्वारा अमृत महोत्सव कार्यक्रम में एकत्र महिलाओ को जागरूक किया गया वही संचालित समूह महिलाओ को 25 लघु उधोग के लिए 5 लाख से अधिक की सहायता राशि सरकार से मिलने पर खुशी जाहिर की साथ ही कार्यक्रम बीडीओ के न पहुंचने पर महिलाओ ने मायूसी जाहिर की गयी।
ज्ञातव्य हो कि कदौरा विकास खण्ड के मेलग्राम स्थित बीआरसी कक्ष में एकत्र ब्लाक स्वयं सहायता समूह महिलाओ द्वारा स्टार्टअप ग्रामीण उधमिता कार्यक्रम योजना के तहत अमृत महोत्सव मनाया गया जिसमें मौजूद पदाधिकारी ब्लाक प्रमुख प्रति ओपेन्द्र बाबू व सीडीपीओ गोमती देवी द्वारा पहुंचकर मनोबल बढ़ाया गया।
मंचासीन समूह अध्यक्ष सजन देवी सचिव बबली देवी कोषाध्यक्ष पूजा देवी सहित अन्य के द्वारा बताया गया कि सरकार की मंशानुसार हम सब समूह महिलाओ द्वारा स्वनिर्धारित होने के लिए गांव गांव कुल 1279 समूह संचालित है जिसमे समय समय पर शाशन द्वारा महिलाओ को आगे बढ़ने का अवसर मिला है महिलाएं घर की दहलीज लांघ कर अपने परिवार का भरण पोषण समूह के माध्यम से कर रही है वर्तमान में शाशन द्वारा उक्त समूहों के लिए 5 लाख 46 हजार रुपये 25 लघु उधोग के लिए प्रदत्त किया गया है जिससे महिलाएं लघु उधोग अगरबत्ती पापड़ दलिया चिप्स सहित अन्य खाध सामग्री निर्माण करके लाभ कमा सकती है वही मौजूद महिलाओ में खुटमिली उदनपुर हाँसा बबीना द्वारा बताया गया कि वह जबसे स्वयं सहायता समूह में जुड़ी है तबसे उनका विकास हुआ है वह छोटे मोटे उधोग के माध्यम से उनका मनोबल भी बढ़ रहा है।वही आंगनवाड़ी कार्यकत्री अनीसा खातून द्वारा कहा गया कि वह पहले समूह चलाती थी वास्तव में सरकार के द्वारा समूह महिलाओ को बढाने का प्रयास किया है मौके पर धर्मेन्द्र कुशवाहा सीआरपी इपी लतीप शाह विवेक कुमार कृष्ण मुरारी सहित अन्य कार्यकत्री व समूह महिलाएं एकत्र रही।
*बीडीओ के न पहुंचने पर मायूस दिखी समूह महिलाएं*
सरकार के कार्यक्रम में समूह पदाधिकारी द्वारा बीडीओ अश्वनी सिंह को आमंत्रित किया था जिसमे वह सभी उन्हें अपने कार्यो विकास से अवगत करा सके लेकिन बीडीओ के कार्यक्रम में न पहुंचने पर सभी महिलाओ द्वारा मायूसी जाहिर की।
*कुछ समूह महिलाओ को नही मिल पा रहा लाभ*
ब्लाक स्तर पर कुछ समूह ऐसे भी है जो निरंतर आजीविका मिशन के तहत कार्य कर रही है व कई वर्षों से समूह चला रही है लेकिन उन्हें कोई भी उधोग के लिए राशि प्रदान नही हुई बल्कि कोई सुनवाई भी नही करता।