टीचर्स कालोनी व शरीफ मंज़िल में हुईं मजलिसें
इटावा। रसूल अल्लाह की बेटी फ़ातिमा ज़हरा की शहादत का गम मनाने के लिए पक्का बाग़ स्थित टीचर्स कालोनी में अली साबिर और शरीफ मंज़िल सैदबाड़ा में राहत अक़ील की ओर से मजलिसों का आयोजन किया गया। मजलिसों में तकरीर करते हुए मौलाना अनवारुल हसन ज़ैदी इमामे जुमा इटावा ने कहा फ़ातिमा ज़हरा को अल्लाह ने बहुत बड़ा मर्तबा दिया। रसूल अल्लाह अपनी बेटी फ़ातिमा ज़हरा के घर सलाम करने आते थे। कुरान कह रहा है सुबह शाम अल्लाह का जिक्र करो। अली से मोहब्बत करने वाले मोमिन हैं। मासूम फरमाते है जो तस्बीह ज़हरा पढ़ेगा वह अल्लाह की नज़र में बेहतर होगा। तस्बीह पढ़ने वालों से शैतान दूर भागता है और अल्लाह नजदीक आता है। मजलिस में सलीम रज़ा, आबिद रजा ने कलाम पेश किए और तनवीर हसन ने नोहाख़्वानी की। मजलिसों में अल्हाज़ कमर अब्बास नक़वी, शावेज़ नक़वी, तस्लीम रज़ा, नजमुल हसन, मौलवी ताबिश, अयाज हुसैन, समर अब्बास, राहत हुसैन रिज़वी, मो. अब्बास, अख्तर अब्बास, जहीर अब्बास, मुशीर हैदर, जहूर नक़वी, तहसीन रजा, अबरार हुसैन, ताबिश, राहिल, मुहब्बे अली, सफीर हैदर, जीशान हैदर, इबाद रिजवी, ताजदार हुसैन, शब्बर अक़ील, तस्वीर हैदर, सैफू, रानू, आतिफ एड., शादाब हसन, अश्शू रिजवी, जावेद, जुनैद, सुहेल, समर, काशिब, राशिद, शौजब रिजवी, सोनू, आरिफ रिजवी, रजी हैदर, राजा, आसिम रिजवी, रज़ा रिजवी, जुबैर रिजवी, शहजादे, आले रजा नक़वी, शारिब, अख्तर मिर्जा, हसन अब्बास, मिनहाज, रियाज रिजवी, नफीसुल जैदी, फ़ातिक, हम्माद, सलमान रिजवी सहित बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।
अवध कि आवाज इटावा से सोहिल खान कि रिपोर्ट