ब्यूरो उग्रसेन श्रीवास्तव
बरेली। पार्षद पूनम गौतम ने आज मीडिया को बताया कि 2013 में चुनाव जीतने के बाद से ही सपा पार्षद गौरव सक्सेना व उसके खुराफाती साथी चुनाव ना लड़ने की वजह से रंजिश मानते आ रहे हैं। सपा पार्षद ने जीतने के बाद प्रथम कार्य प्लॉट 1 एवं 1A बरेली विकास प्राधिकरण में अपना पत्र चलाकर पार्क एवं पार्किंग बता कर परेशान करना प्रारंभ कर दिया था। विकास प्राधिकरण हर पत्र का जवाब सपा पार्षद को दिया कि 1 वा 1 A प्लॉट बीडीए के नक्शे सही जगह पर है। यहां पर कोई पार्क एवं पार्किंग नक्शे में नहीं दर्शाई गई है। परंतु किसी न किसी रूप में यह मेरे ससुर 85 वर्ष को मानसिक प्रताड़ित करते रहे। उसी क्रम में सपा पार्षद एवं खुराफाती साथियों के साथ मिलकर दबंगई से प्लॉट पर एक ट्रांसफार्मर और लगवा दिया जिसकी शिकायत बीडीए एवं जिला अधिकारी को भी की गई परंतु सरकार सपा की थी। हर शिकायत को दबाते रहे 2015 दिसंबर में माननीय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी के दरबार में सपा पार्षद एवं इनके गुंडे साथियों गौरव प्लॉट पर कब्जा करने की शिकायत की गई। जिस पर माननीय मुख्यमंत्री द्वारा निष्पक्ष एवं न्याय संगत जांच कराकर अति शीघ्र शासन को अवगत कराने के निर्देश दिए गए। परंतु सत्ता में रहते हुए काफी समय तक इनका प्रयास यही रहा मेरे ससुर के पक्ष में कोई आदेश ना हो काफी समय तक कोई आदेश ना करने पर मेरे ससुर द्वारा शासन को पुनः अवगत कराया गया। उसके उपरांत 2016 में बरेली विकास प्राधिकरण बीसी ने मेरे ससुर के पक्ष में आदेश दिया और जिस की कॉपी शासन व एसपी सिटी एवं थाना प्रभारी को दी गई। पुलिस की निगरानी में इसकी बाउंड्री बनवा दी गई सत्ता में रहते हुए सपा पार्षद ने अपने विरुद्ध होने वाले मुकदमों को भी दबाया गया। अभी 3 महीने पहले शासन द्वारा मुझे नामित करने के बाद सपा पार्षद व उसके खुराफाती साथी किसी न किसी रूप में मेरे पति व परिवार की छवि को धूमिल करने का प्रयास निरंतर करते आ रहे हैं। क्योंकि मैंने और मेरे पति और उनके मित्रों द्वारा इस विषम परिस्थिति में लगातार लॉक डाउन में किसी न किसी रूप में जरूरतमंदों की निरंतर मदद करते आ रहे हैं। साथ ही वार्ड में सैनिटाइजेशन फागिंग साफ सफाई करवाने का कार्य भी मेरा एवं मेरे पति द्वारा ही हुआ। सपा पार्षद को अपनी राजनीतिक कैरियर बचाने के लिए इस प्रकार का दुष्प्रचार किया गया साथ ही मैं यह कहना चाहती हूं जो मेरे पति वह ससुर पर जो आरोप लगाया जा रहा है वह सरासर गलत है। क्योंकि अभी चार-पांच दिन पहले ही शास्त्री नगर मैं एक रोड का निर्माण कारी हुआ। उस रोड के बीच में सपा पार्षद के करीबियों का मकान को आगे बढ़ाकर अवैध कब्जा किया हुआ है वह अपने नज़दीकियों कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते इस कारण उन्होंने मेरे ससुर के प्लॉट को मुद्दा बनाकर लोगों का ध्यान बांटने का कार्य किया है। सपा पार्षद ने अपने नज़दीकियों को अतिक्रमण करने की पूरी पूरी छूट दे रखी है जिसकी शिकायत अमित गंगवार पूर्व प्रत्याशी ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की गई थी। परंतु एक नगर निगम कर्मचारी से सांठगांठ करके अपने मित्र का अवैध कब्जा बचा लिया। सपा पार्षद ने ऐसे कई पार्को एवं नालियों एवं रोडो को कम करके अवैध अतिक्रमण अपने परिचितों के फायदे के लिए कराया गया है मैं नामित पार्षद होने के बाद अपने क्षेत्रवासियों से सहयोग की अपेक्षा करती हूं और आगे भविष्य में शास्त्री नगर में जो अवैध अतिक्रमण सपा पार्षदों के करीबियों ने कर रखे हैं। उन्हें हटाने का मैं पूर्ण प्रयास करूंगी आप लोगों से मैं इसी सहयोग की अपेक्षा करती हूं जिससे इस शास्त्री नगर को और अपने वार्ड को सुंदर बनाया जा सके जीत सच्चाई की होती है। फरेबीयो से सावधान रहे जो अपने फायदे के लिए कुछ भी करने पर उतारू हो जाते हैं। सत्ता सबको अच्छी लगती है सपा पार्षद को कुछ आभास हो गया है। क्योंकि हमारे भाजपा के पार्षद प्रत्याशी विनोद राजपूत जी मात्र 15 वोटों से पराजित हुए थे।