गौशाला से बाहर निकल घुस गये खेतों में
उरई (जालौन)। कदौरा क्षेत्र के अंर्तगत अन्ना मवेशियों के आतंक से हाल फिलहाल क्षेत्रीय किसानों को कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है। बीती रात्रि में अस्थायी गौशाला से निकली अन्ना जानवरों की फौज ने हरचंद्रपुर गांव के किसानों के खेतों में लहलहाती फसलों को रौंदकर बर्बाद कर दिया। हैरानी की बात तो यह है कि अन्ना जानवरों के बारे में जब भी जिम्मेदार अधिकारियों से सवाल किया जाता है तो वह बगले झांकने लगते हैं। लेकिन सरकारी अभिलेखों में पूरा लेखाजोखा तैयार रखते है ताकि समीक्षा बैठकों में झूठ का पुलंदा पेश कर बाहबाही लूटी जा सके। इसी ढर्रे पर कदौरा विकास खंड में नहीं बल्कि समूचे जनपद में अन्ना जानवरों का आतंक परवान चढ़ता नजर आ रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम हरचंदपुर में गत दिवस रात्रि अन्ना मवेशियों ने गौशाला से निकल कर क्षेत्र के किसानों की 58 बीघा उड़द, तिली की फसल को रौंद दिया। सुबह खेतों पर अन्ना मवेशियों को फसल रौंदते देख किसानों में हड़कंप मच गया। और उन्होंने हांककर मवेशियों को गौशाला में बन्द किया। गुस्साए किसान चरवाहों से भिड़ गए और बीडीओ व प्रधान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। शुक्रवार रात्रि अस्थाई गौशाला से निकले मवेशियो किसान रविंद्र सिंह की 20 बीघा उड़द, विक्की सिंह की 8 बीघा उड़द, खड़क सिंह की 20 बीघा उड़द व तिली, महेंद्र सिंह की 10 बीघा उड़द व तिली की फसल रौंद डाली। किसानों ने आरोप लगाया कि गौशाला में जलभराव है। भूसे चारे की व्यवस्था भी नही है। आए दिन भूसे प्यासे मवेसी गौशाला से निकल जाते हैं। इसकी शिकायत उन्होंने कई बार अधिकारियों से की लेकिन सुनवाई नही हुई। अगर जल्द गौशाला की व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुई तो वह लोग ब्लॉक परिसर में धरना प्रदर्शन करेंगे। ग्राम विकास अधिकारी प्रभात कुमार ने कहा कि बरसात की वजह से गौशाला में पानी भर गया है जिसको निकलवाया जा रहा है। गौशाला की देखरेख के लिए तीन चरवाहों को रखा गया है गौशाला से मवेसी कैसे निकले इसकी जांच करवाकर कार्यवाही होगी।