आगरा। हॉस्पिटल में उपकरण खरीदने में लाखों की धोखाधड़ी हुई तो महिला डॉक्टर को आरोपी ने जान से मारने की धमकी दे डाली। पुलिस ने पीड़ित चिकित्सक की तहरीर पर लैब टेक्नीशियन और उसके पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले की छानबीन भी शुरू कर दी है। मामला हाईप्रोफाइल फैमिली के हॉस्पिटल से जुड़ा होने के चलते पुलिस कोई कोताही नहीं बरतना चाहती। थाना हरीपर्वत क्षेत्र के दिल्ली गेट पर रवि हॉस्पिटल और रवि वूमेन हॉस्पिटल है। रवि हॉस्पिटल में इंद्रा आईवीएफ रवि टेस्ट टयूब बेबी सेंटर संचालित है। इंद्रा आईवीएफ रवि टेस्ट टयूब बेबी सेंटर के प्रबंधक रामगोपाल मिश्रा की तहरीर पर थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें उन्होंने पुलिस को बताया कि अक्तूबर 2017 में मलपुरा के धनौली निवासी मनीष कुमार ने उनकी यहां लैब टेक्नीशियन की नौकरी ज्वॉइन की थी। उसे बेबी सेंटर की ईमेल आईडी ऑपरेट करने की जिम्मेदारी दी गई। बताया गया कि टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर के लिए जो भी मंगाना है, इसी ईमेल आईडी से ऑर्डर देना है। मनीष स्टोर का काम भी देखता था। 14 मई से मनीष गायब है। उसके गायब होने के बाद हॉस्पिटल का सामान चेक किया गया। जिसमें कैथेटर भ्रूण 300 पिकअप निडिल कम मिले। प्रत्येक की कीमत लगभग 1500 रुपये है। ऑर्डर बुक चेक करने पर पाया गया कि लैब के लिए जरूरी सामान हॉस्पिटल की ईमेल आईडी से ऑर्डर नहीं किया जाता था। बड़े ऑर्डर के लिए मनीष ने अपनी ईमेल आईडी से करता था। जांच में लगभग 6.5 लाख रुपये का सामान कम मिला। हॉस्पिटल संचालिका डॉ. रजनी पचैरी ने मनीष ने फोन किया को फोन किया। उससे कहा कि ऐसा क्यों किया। आरोपित ने फोन पर उन्हें धमकी दी। उनसे कहा कि पिता और ताऊ पुलिस में हैं, उन्हें फंसा देगा। भूलकर भी उसके खिलाफ कार्रवाई का मन नहीं बनाएं। आरोप है कि एक जून को मनीष अपने पिता वीर सिंह और दो अज्ञात साथियों के साथ हॉस्पिटल आया। यहां उसने डॉक्टर रजनी पचैरी को धमकी दी और अभद्रता की। स्टॉफ ने रोकने का प्रयास किया तो धमकी दी कि राजस्थान पुलिस उठाकर ले जाएगी। इस मामले में थाना हरीपर्वत पुलिस को तहरीर दी गई है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। गौरतलब है कि हॉस्पिटल संचालिका के पारिवारिक संबंध कैबिनेट मंत्री डॉ.महेश शर्मा से हैं। पुलिस इसके चलते कार्रवाई में जुटी हुई है।