रिपोर्टर श्याम किशोर गुप्ता
बलरामपुर। सभी विभागीय अधिकारी अपने-अपने विभागों को आवंटित लक्ष्य के अनुसार गड्ढे खुदवा कर उसकी फीडिंग एक सप्ताह के अन्दर करा दें तथा लक्ष्य के अनुसार वन विभाग को तत्काल मांग पत्र भेज दें जिससे ससमय पौधें की आपूर्ति की जा सके। यह निर्देश जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने कलेक्ट्रेट सभागार में वृक्षारोपण से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक तैयारियों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिए है।
समीक्षा में ज्ञात हुआ कि लक्ष्य के सापेक्ष अभी विभागों द्वारा गढ्डे नहीं खुदवाए जा सके हैं और न ही उसकी फीडिंग हो पाई है। इसलिए सभी जिम्मेदार अधिकारी व्यक्तिगत रूचि लेकर युद्धस्तर पर कार्य कराएं। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि पौधे लगाने मात्र से काम नहीं चलेगा बल्कि पौधरोपण के साथ उनकी सुरक्षा, देखभाल भी करनी जरूरी जिससे उनका सरवाइबल रेट बढ़े ओर जयादा से ज्यादा पौधे पनपें।
जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक में डीए्फओ रजनीकान्त मित्तल ने बताया कि जनपद बलरामपुर में 25 मार्च, 2020 तक 26 लाख 82 हजार 645 पौधा रोपण का लक्ष्य रखा गया है जिसमें 15 जुलाई तक 15 प्रतिशत, 31 जुलाई तक 40 प्रतिशत, 15 अगस्त तक 65 प्रतिशत, 31 अगस्त तक 90 प्रतिशत पौध रोपण किया जायेगा। विभागवार पौधारोपण का लक्ष्य आवांटन की जानकारी देते हुये डीएफओ रजनीकान्त मित्तल ने बताया कि ग्राम विकास विभाग द्वारा 13 लाख 61 हजार 600, राजस्व विभाग, पंचायतीराज विभाग, उद्यान विभाग द्वारा 1 लाख 36 हजार 700, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा द्वारा 54 हजार 468, वन विभाग द्वारा 5लाख 82 हजार 861, पौधारोपण किया जायेगा। डीएफओ ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक ग्राम पंचायतों में 3000 पौध रोपण का लक्ष्य किया गया है।
जिलाधिकारी ने 26 विभागों जिनको पौधारोपण का लक्ष्य दिया गया है, के अधिकारियों को निर्देश दिया कि 31 अगस्त तक शतप्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लें। प्रत्येक विभाग कुल बजट का 0.5 प्रतिशत पौधारोपण कार्य पर खर्च कर सकते है। इसके अतिरिक्त मनरेगा से भी विभागों को पौधे दिये जायेगें। डीएम ने पिछले वर्ष पौधारोपण की जीओं टैगिंग न किये जाने पर नाराजगी जताते हुये संबन्धित विभागों के अधिकारियों को शतप्रतिशत जीओं टैगिंग किये जाने का निर्देश दिया।
बैठक में एसडीएम बलरामपुर नागेन्द्र नाथ यादव, एसडीएम तुलसीपुर विनोद कुमार, एसडीएम उतरौला अरुण कुमार गौड़, तीनों तहसीलों के तहसीलदार, डीएफओ रजनीकान्त मित्तल, डीसी मनरेगा, डीआईओएस महेन्द्र कुमार कनौजिया, बीएसए हरिहर प्रसाद, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी, एक्सईएन सिचाईं, जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।