कन्नूर। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आज कहा कि यहां पय्यान्नूर में आरएसएस के एक स्वयंसेवक की हत्या के लिये जिम्मेदार लोगों को कानून के कठघरे में लाने के लिये सरकार कदम उठायेगी। शुक्रवार की घटना को बेहद ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताते हुए विजयन ने इच्छा जतायी कि हर कोई इस मामले को अपवाद के तौर पर देखे और सुनिश्चित करे कि इससे जिले में शांति प्रयासों में कोई रुकावट नहीं आए।उन्होंने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘‘संबंधित लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि स्थिति नहीं बिगड़े। सरकार दोषी को कानून के कठघरे में लाने के लिये हर संभव प्रयास कर रही है।’’ बहरहाल, भाजपा ने कन्नूर को ‘‘अशांत क्षेत्र’’ घोषित करने और पार्टी कार्यकर्ताओं पर ‘‘लगातार’’ बढ़ रहे हमलों का हवाला देते हुए वहां सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (अफ्सपा) लगाने की मांग की। कन्नूर को अशांत क्षेत्र घोषित करने और अफ्सपा लागू करने के लिये पूर्व केंद्रीय मंत्री राजगोपाल के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) पी सदाशिवम को एक ज्ञापन सौंपा। बाद में संवाददाताओं से बात करते हुए राजगोपाल ने कहा कि पार्टी कन्नूर को अशांत क्षेत्र घोषित करवाना और अफ्सपा लागू करवाना चाहती है क्योंकि राज्य पुलिस कानून व्यवस्था कायम रखने में ‘‘नाकाम’’ रही है। राजगोपाल ने कहा, ‘‘कानून व्यवस्था बनाये रखने का एकमात्र समाधान यह है कि जिले के कानून प्रवर्तन को सेना के हवाले कर दिया जाये।’’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्थानीय माकपा नेताओं ने जिले में पुलिस का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है। आरएसएस स्वयंसेवक चूराकड बीजू की कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं ने पय्यान्नूर में गला घोंट कर हत्या कर दी थी। पिछले एक साल में सत्तारूढ़ माकपा और आरएसएस के बीच झड़पों की यह ताजा घटना है। बीजू वर्ष 2016 में माकपा कार्यकर्ता सीवी धनराज की हत्या से संबद्ध मामले का आरोपी था। घटना के सिलसिले में पुलिस ने आज सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। बहरहाल, हत्या के विरोध में कन्नूर और पास के माहे में भाजपा द्वारा आहूत दिन भर की हड़ताल के कारण दुकानें और कारोबारी संस्थान बंद रहे। पथराव की कुछ घटनाओं को छोड़कर हड़ताल शांतिपूर्ण रही। पुलिस ने बताया कि सुरक्षा तेज कर दी गयी और किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हो इसके लिये अतिरिक्त बल तैनात किये गये हैं।